रायपुर – रायपुर के खम्हारडीह इलाके में नगर निगम का अमला अवैध बस्ती तोड़ने पहुंचा। निगम के अफसरों को पहले से ही यहां पर बवाल की आशंका थी, इसलिए पुलिस भी साथ पहुंची थी । कार्रवाई करने आए अफसरों को देखकर स्थानीय लोग भड़क गए। बस्ती वालों ने नगर निगम और पुलिस के लोगों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी, निगम को कार्रवाई से रोका। इसी बात पर काफी विवाद हो गया।
हालात तनावपूर्ण हो गए, सिटी एसपी सुखनंदन राठौर भी फोर्स लेकर पहुंचे। महिलाओं ने भी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की, इन्हें खदेड़ कर पुलिस नगर निगम की टीम को बस्ती के भीतर भेजना चाह रही थी। स्थानीय पार्षद रोहित साहू, भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव भी बस्ती के रास्ते पर धरना देते हुए सड़क पर बैठ गए। इस कार्रवाई को भाजपा नेताओं ने गलत बताया।
निगम और पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोग नारेबाजी करते रहे।कुछ देर बाद पुलिस पार्षद रोहित साहू को जबरदस्ती उठाकर ले गई। भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जनप्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर विधानसभा थाने भेज दिया गया। इसके बाद नगर निगम ने बस्ती में तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी।
लोगों ने कहा कि लगभग 15 दिन का समय दिया जाए, इस बात पर बहस होती रही। मगर अफसर वक्त देने को राजी नहीं हुए। निगम व्यवस्थापन के नाम पर एक कमरे का छोटा फ्लैट दे रहा है ,यहां लंबे समय से रह रहे लोगों के पास सामान है। एक कमरे में परिवार के सदस्यों को रहने में और सामान रखने में दिक्कतें आएंगी। मगर इन सब बातों को दरकिनार करते हुए नगर निगम बस अपनी मनमानी कर रहा है। त्योहार के पहले निगम हमारे घर उजाड़ रहा है।
लोगों ने कहा कि आने वाले सप्ताह में सावन महीने के त्योहार हैं, राखी है 15 अगस्त के बाद बस्ती खाली कर देने की बात भी लोग कहते रहे। निगम के अफसर नहीं माने और कार्रवाई जारी रही। दूसरी तरफ पार्षद और भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी के बाद अब नया बवाल होने के आसार हैं, भाजपा इस पूरी कार्रवाई का विरोध कर रही है। मामले ने सियासी तौर पर तूल पकड़ लिया है।