ग्राम भेंडरी गौठान में गौमूत्र खरीदी आरम्भ
प्रदेश सहित जिले में भी ’हरेली’ त्यौहार से हुई गौमूत्र खरीदी शुरूआत
गरियाबन्द – प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की महती गोधन न्याय योजना के तहत गौठानो में गोबर के साथ अब गौमूत्र की खरीदी भी की जाएगी। प्रदेश सहित जिले में ’हरेली’ त्यौहार 28 जुलाई से इसकी शुरूआत की गयी है। आज ग्राम भेंड़री के आदर्श गौठान में आयोजित गौमूत्र खरीदी कार्यक्रम में जिला पंचायत के सीईओ रोक्तिमा यादव की मौजूदगी में किसानों ने गोमूत्र विक्रय किया। इस अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूह ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्टाल लगाया और हरेली त्यौहार के अवसर पर परंपरागत खेल प्रतियोगिता जैसे फुगड़ी, कुर्सी दौड़ ,गेंड़ी दौड़ का आयोजन किया गया । जिले के गोठान तथा स्कूली छात्र छात्राओं के बीच हरेली त्यौहार उत्साह के साथ मनाया गया ।स्कूली बच्चों और महिलाओं ने गेड़ी प्रतियोगिता के आयोजन में उत्साह के साथ भाग लिया। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती यादव ने बताया कि गौमूत्र खरीदी के संबंध में गौठान समिति और स्व सहायता समूह को प्राथमिक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, महिला समूह के सदस्य, ग्रामीण एवं गोठान समिति के सदस्य उपस्थित थे।
ज़िले के विकासखण्ड फिंगेश्वर के ग्राम भेंडरी के गोठान में हरेली तिहार मनाया गया और गौमुत्र ख़रीदी की शुरुआत की गई। ज़िले के अन्य गोठान में गोमूत्र ख़रीदी प्रारंभ किया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने कहा कि गौमूत्र ग्रामीणों की आर्थिक समृद्धि का आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने में इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गोबर के साथ ही अब गौमूत्र की खरीदी भी की जा रही है। गौमूत्र से जीवामृत जैसी जैविक कीटनाशक के साथ ही विभिन्न प्रकार की औषधियों का निर्माण किया जाएगा। इससे ग्रामीणों को सीधे रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने ग्रामीणों को गोबर के साथ ही गौमूत्र को भी गोठान में बेचने की अपील की। गोठान से गोबर वर्मी कम्पोस्ट और गौमूत्र कीटनाशक के रूप वापस ग्रामीणों को मिलेगा। ग्रामीण शासन की योजनाओं से जुड़कर लाभ लें। वनांचल क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग खेती में कर मृदा का स्वास्थ्य में सुधार करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गोठान का निर्माण पशुधन की सुरक्षा के लिए किया गया था, बाद में इसमें गोबर ख़रीदी प्रारम्भ किया गया और अब गौमूत्र की ख़रीदी प्रारम्भ की गई है। गोठान को रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित कर ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोठान में गोबर ख़रीदी कर महिला समूह वर्मी कम्पोस्ट बनाकर बेच रही है और आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है।
ज्ञात है कि किसानों की लोक-परम्परा के साथ छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जुड़ा ‘हरेली तिहार’ इस बार 28 जुलाई को है। इस बार भी हरेली तिहार को राज्य स्तर पर व्यापक स्वरूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। ‘हरेली’ छत्तीसगढ़ का प्रमुख पर्व है जोकि आधुनिकता के साथ लुप्तप्राय हो रहा था। पिछले तीन वर्षों से इस त्यौहार को पूरी गरिमा और लोक-परंपरा के अनुसार मनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ी अस्मिता के पुनरुत्थान के नायक मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की संस्कृति से प्रेम करने वाले हर छत्तीसगढ़ी नागरिक के प्रयासों का परिणाम है कि अब युवा पीढ़ी भी इस त्यौहार का महत्व समझ रही है और इस पर गर्व महसूस कर रही है।