रायपुर – केंद्र सरकार के समान देय महंगाई भत्ता, गृह भाड़ा भत्ता व सातवें वेतनमान को लागू करने की मांग को लेकर राज्य के साढ़े चार लाख से अधिक कर्मचारी सोमवार से पांच दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। यह हड़ताल 29 जुलाई तक चलेगी, जबकि शनिवार व रविवार को सरकारी अवकाश है। यानी इस सप्ताह प्रदेश में सरकारी सेवाएं बाधित रहेंगी। कर्मचारी 28 जुलाई तक ब्लाक व जिला स्तर पर धरना देंगे। 29 को जिला मुख्यालयों में रैली निकालकर ज्ञापन सौंपेंगे।
सोमवार को कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेश के सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कालेजों में ताला लटका रहा। स्कूलों में विद्यार्थी पहुंचे, मगर शिक्षक नहीं होने से मायूस होकर लौटना पड़ा। इसी तरह सरकारी कालेजों में सन्नाटा पसरा रहा, जबकि निजी कालेजों में दाखिला लेने पहुंचे विद्यार्थियों की भीड़ रही। नवा रायपुर के इंद्रावती भवन यानी विभिन्न् विभागों के संचालनालय कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि मंत्रालयीन कर्मचारी इंद्रावती भवन में काम करते नजर आए। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि प्रदेशभर के भृत्य, वाहन चालक, लिपिक, तकनीकी कर्मचारी, शिक्षक, व्याख्याता, स्वास्थ्य विभाग एवं राजपत्रित अधिकारी सभी वर्गों के अधिकारी-कर्मचारी पूर्ण रूप से हड़ताल पर जा चुके हैं।
सरकारी दफ्तरों समेत स्कूल-कालेजों में लटका रहा ताला
सोमवार को कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेशके सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कालेजों में ताला लटका रहा। स्कूलों में विद्यार्थी पहुंचे, मगर शिक्षक नहीं होने से मायूस होकर लौटना पड़ा। इसी तरह सरकारी कालेजों में सन्नाटा पसरा रहा, जबकि निजी कालेजों में दाखिला लेने पहुंचे विद्यार्थियों की भीड़ रही।