रायपुर – गंगरेल बांध के भराव के बाद आ रहे अतिरिक्त पानी को महानदी में व्यर्थ बहाने के बदले इसे महानदी मुख्य नहर में छोड़ने की मांग की गई है ताकि इस पानी का उपयोग गंगरेल के कमांड क्षेत्र में आने वाले कम वर्षा से प्रभावित ग्रामों के किसान अपने खेती के लिये कर सके । इस मांग को ले किसान संघर्ष समिति ने जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे सहित महानदी जलाशय परियोजना के मुख्य अभियंता ए के नागरिया व अधीक्षण अभियंता आर एस नायडू को ज्ञापन सौंपा है ।
श्री चौबे को मेल से व अधिकारीद्वय को व्हाट्स ऐप के माध्यम से प्रेषित ज्ञापन में समिति संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने जानकारी दी है कि वर्तमान में हो रहा बारिश गंगरेल के कमांड क्षेत्र के ग्रामों में एकरूप नहीं है । कहीं बारिश अधिक तो कहीं कम है । महानदी जलाशय परियोजना के अंतर्गत आने वाले भाटापारा शाखा नहर के बुडेनी उपसंभाग के करीबन 40 – 45 ग्रामों में कम वर्षा की वजह से खेती का सामयिक कार्य प्रभावित होने और 3 – 4 दिनों के भीतर इन इलाकों में बारिश न होने पर खेती पिछड़ने की जानकारी देते हुये उन्होंने गंगरेल में पूर्ण क्षमता तक पानी का भराव हो जाने व इसके कैचमेंट एरिया से अभी भी गंगरेल में आ रहे पानी को महानदी में छोड़े जाने की स्थिति को देखते हुये इस पानी को नदी में फेंक व्यर्थ बहाने के बदले महानदी मुख्य नहर में डाले जाने का आग्रह किया है ताकि जरूरतमंद ग्रामों के किसान इस पानी का उपयोग अपनी खेती के लिये कर सके व गंगरेल भी लबालब भरा रहे ।
उन्होंने नहर में कम से कम 4 फीट पानी का गेज बनवाने का अनुरोध करते हुये यह भी सुनिश्चित करवाने का आग्रह किया है कि यह पानी अधिक वर्षा वाले ग्रामों के खेतों तक नहीं पहुंचे अन्यथा ऐसे ग्रामों के किसानो को नुकसानी की संभावना है । ज्ञापन में इस संबंध में बिठिया के सरपंच श्रीमती लक्ष्मी साहू , तुलसी ( असौदा) के सरपंच श्रीमती द्रौपती वर्मा , बेलदार सिवनी के सरपंच मुकेश वर्मा , असौदा के सरपंच राजेश साहू , बुडेनी के सरपंच जनकराम यदु व मोहदी के सरपंच धनेश कुमार ध्रुव द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारी को मांगपत्र सौंपे जाने की जानकारी देते हुये बतलाया गया है कि और भी प्रभावित ग्रामों द्वारा मांगपत्र सौंपे जाने की तैयारी है ।