बालोद – हाथियों की दहशत जारी है। यहां के हाथियों के दल फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बालोद वन परिक्षेत्र के धरमपूरा एवं नर्रा वन परिक्षेत्र में हाथियों का दल विचरण कर रहा था। दल में हाथियों की संख्या 23 से ज्यादा बताई जा रही है।
जिले के गुरूर, बालोद, डौंडी के बाद अब डौंडीलोहारा ब्लॉक में भी पहली बार गजराज की एंट्री हो गई है। जिसकी पुष्टि वन विभाग ने की है। इस तरह जिले के कुल 5 में से 4 ब्लॉक में चंदा हाथियों का दल दस्तक दे चुका है। जिससे लोगों में खौफ है। ग्राम ढूटामारदी के पारा डुमडुमटोला के किसान चिंताराम जिसका मकान गांव से अलग है, वहां छप्पर को तोड़कर हाथियों का दल घुसा और धान व चावल खा गया।
वहीं चिंताराम, उसकी पत्नी व दो बच्चों ने घर के दूसरे हिस्से में स्थित घर के पटाव में छिपकर अपनी जान बचाई। चिंताराम का घर गांव के अंतिम छोर में स्थित है। जो दल्लीराजहरा वन रेंज में आता है। उस किसान के लगभग एक एकड़ के मक्का की फसल को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया। एक दिन पहले ही अड़जाल के जंगल में एक हाथी ने एक किसान को कुचल दिया था। लोहारा रेंज में गुरुवार रात लगभग 11 बजे ग्राम कोड़ेकसा-खड़बत्तर के जंगल में हाथियों के आगमन की सूचना वन विभाग को मिली।
बड़ी संख्या में हाथियों को क्षेत्र में घूमता देख वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश दी है कि देर शाम घर से बाहर नहीं निकलें, उन्हें अलर्ट रहने को भी कहा गया है। वहीं तालगांव, रानीमाई मंदिर, नहरडेरा, सेमरकोना, अंधियाटोला, साल्हेटोला, मटिया, देवारभाट व गश्तीटोला गांव को भी अलर्ट किया गया है।