ब्रिटेन में कम से कम 39 मंत्रियों और संसदीय सचिवों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कई वरिष्ठ मंत्रियों ने पीएम बोरिस जॉनसन से इस्तीफे की मांग की है.
ब्रिटेन – ब्रिटेन में इस्तीफा देने वाले मंत्रियों की झड़ी लग गई है. पीएम बोरिस जॉनसन की सरकार से पिछले 24 घंटों में अब तक 39 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों की बगावत के बाद ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन मुश्किल में घिर गए हैं. सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कई वरिष्ठ मंत्रियों ने पीएम बोरिस जॉनसन से मिलकर सरकार में अविश्वास जताया है. इसके साथ ही वरिष्ठ मंत्रियों ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से इस्तीफे की भी मांग की है.
ब्रिटेन में कम से कम 39 मंत्रियों और संसदीय सचिवों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल, यातायात मंत्री ग्रांट शैप्स, सुरक्षा मंत्री रिचेल मैक्लिएन समेत कई वरिष्ठ मंत्रियों ने पीएम बोरिस जॉनसन से इस्तीफा मांगा है.
ब्रिटेन में इस्तीफों की लगी झड़ी!
भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद से ब्रिटेन में इस्तीफे की शुरुआत हुई थी. वित्तीय सेवा मंत्री जॉन ग्लेन, सुरक्षा मंत्री रिचेल मैक्लिएन, निर्यात और समानता मंत्री माइक फ्रीअर समेत 39 ने इस्तीफा देकर बोरिस जॉनसन की सरकार को संकट में डाल दिया है. पीएम बोरिस जॉनसन पर दबाव बढ़ाते हुए कई वरिष्ठ मंत्रियों ने पीएम आवास 10, डाउनिंग स्ट्रीट जाकर उनसे इस्तीफा देने को भी कहा. पीएम बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा के लिए दबाव बनाने वाले मंत्रियों में गृह मंत्री प्रीति पटेल भी शामिल रहीं.
बोरिस जॉनसन छोड़ेंगे कुर्सी?
काफी दबाव के बावजूद ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने भी मंत्रियों पर दबाव बनाने की कोशिश की और सबसे अलग-अलग मुलाकात की. ऋषि सुनक की जगह नदीम जहावी नए वित्तमंत्री बनाए गए हैं जबकि साजिद जावेद की जगह स्टीव बार्कले को स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
ऋषि सुनक ने क्या कहा था?
ब्रिटेनमें वित्त मंत्री के पद से इस्तीफे के दौरान ऋषि सुनक ने कहा था कि लोग अपेक्षा रखते हैं कि सरकार उचित और सक्षम तरीके से चले. काफी विचार के बाद उन्होंने निर्णय लिया कि अब सरकार के साथ नहीं रहा जा सकता है. वहीं, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने पीएम बोरिस जॉनसन को लिखे पत्र में कहा था कि मुझे खेद है कि आपके नेतृत्व में स्थिति में बदलाव अब मुश्किल लग रहा है.