रायपुर – उदयपुर में हिंदू दर्जी की नृशंस हत्या के खिलाफ दक्षिणपंथी समूहों के आह्वान पर राज्यभर में दुकानें, स्कूलें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
हालांकि बंद के दौरान आवश्यक सामग्री की आपूर्ति बंद नहीं की गई। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत कई प्रमुख शहरों में स्कूल और कॉलेज को बंद रखा गया। बंद के चलते कई शहरों में सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से पूरी तरह से ठप रहे।
पुलिस के मुताबिक, बंद शांतिपूर्ण रहा और राज्य के किसी भी हिस्से से अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।
सीसीसीआई ने बंद को दिया समर्थन
राज्य की सबसे बड़ी व्यापारिक संस्था छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (सीसीसीआई) ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन किया और व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील की। दोपहर दो बजे तक आवश्यक सामग्री बंद रही।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ राज्य के विपक्षी दल भाजपा के नेताओं को भी सड़कों पर देखा गया और लोगों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की गई।
इन शहरों में निकाला गया पैदल मार्च
भगवा झंडा लिए दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद, कांकेर, धमतरी, बेमेतरा, रायगढ़ और कोरबा समेत कई जगहों पर पैदल मार्च निकाला। कई जगहों पर मोटरसाइकिल पर सवार होकर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा की मांग की।
बता दें कि 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैया लाल की उसकी दुकान पर दो लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसके बाद हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और इसे इस्लाम के अपमान का बदला बताया था।
जघन्य अपराध में शामिल लोगों को देंगे मुहतोड़ जवाब – भाजपा नेता
यहां जय स्तंभ चौक पर धरना प्रदर्शन में शामिल हुए भाजपा नेता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कहा, कन्हैया लाल की निर्मम हत्या को लेकर देश के लोगों में गुस्सा है। इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों को मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा। जो लोग आतंक का माहौल बना रहे हैं और हिंदुत्व के लिए चुनौती बन गए हैं, उन्हें मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि घटना के विरोध में राजधानी में सभी दुकानें, स्कूल, कॉलेज और यहां तक कि पेट्रोल पंप भी बंद हैं।
देश संविधान से चलेगा,शरिया से नहीं – घनश्याम चौधरी
विश्व हिंदू परिष्द के नेता घनश्याम चौधरी ने कहा, बंद का समर्थन कर छत्तीसगढ़ की जनता ने दिखा दिया है कि इस तरह का जघन्य अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश संविधान से चलेगा, शरिया (इस्लाम की कानूनी व्यवस्था) से नहीं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, बंद के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राजधानी और अन्य शहरों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।