छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में बड़ा उलटफेर हुआ है। मंगलवार को 40412 सैंपल की जांच में 142 पॉजिटिव मिले और 2 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले सोमवार को 36,109 नमूनों की जांच में ही 236 मरीज मिले थे। रविवार को 124 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अफसर का कहना है, पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए कम से कम 10-10 लोगों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक पॉजिटिव मिले बहुत कम मरीजों को अस्पताल लाने की जरूरत हो रही है। 90 प्रतिशत से अधिक लोग होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर रात जारी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को सबसे अधिक 21 पॉजिटिव बस्तर जिले में मिले हैं। इसके बाद जांजगीर-चांपा में 17, बीजापुर में 15, जशपुर व कांकेर में 9-9, रायपुर, धमतरी व बिलासपुर में 8-8, बेमेतरा, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, बलरामपुर और दंतेवाड़ा में 1-1 संक्रमित मिले हैं। बलरामपुर और धमतरी जिलों में एक-एक मरीज की मौत भी हुई है। राजनांदगांव, बालोद, गरियाबंद और सरगुजा जिलों में एक भी मामला सामने नहीं आया है।
177 लोग ठीक हुए, मरीजों की संख्या घटी
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मंगलवार को कुल 177 लोग कोरोना से ठीक हुए। इनमें से 53 लोगों को विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी गई। शेष होम आइसोलेशन में थे। अब प्रदेश में 1 हजार 881 मामले सक्रिय हैं। सोमवार को सक्रिय मरीजों की संख्या 1 हजार 918 थी। प्रदेश में अब तक 10 लाख 2 हजार 600 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 13 हजार 530 लोगों की जान चली गई।
एक करोड़ लोगों को लग चुका पहला टीका
कोविन पोर्टल के मुताबिक, मंगलवार को प्रदेश में 37,697 लोगों को टीका लगाया गया। इसके साथ ही कोरोना टीके की कम से कम एक डोज लेने वालों की संख्या एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 2 अगस्त तक एक करोड़ 23 लाख 59 हजार 803 टीके लगाए जा चुके थे। इनमें से 99 लाख 78 हजार 316 लोगों को इसका पहला टीका और 23 लाख 81 हजार 487 को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
प्रदेश में 3 लाख 9 हजार 315 स्वास्थ्य कर्मियों, तीन लाख 17 हजार 154 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 साल से अधिक के 52 लाख दो हजार 886 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 41 लाख 48 हजार 961 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं 2 लाख 45 हजार 627 स्वास्थ्य कर्मियों, दो लाख 29 हजार 594 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 साल से अधिक के 17 लाख 40 हजार 903 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के एक लाख 65 हजार 363 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।