रायपुर– ये किसका सामान है.., न कोविड गाइड लाइन का पालन है न डस्टबीन..यहां जो कचरा फैला रहे हो, हम तुम्हारे नौकर हैं जो साफ करेंगे..। ये तल्ख अंदाज रायपुर नगर निगम की स्वास्थ्य अफसर तृप्ती पाणीग्राही का था। तृप्ति नगर निगम के जोन एक में पदस्थ हैं। पिछले कई दिनों से इन्हें शिकायतें मिल रही थीं कि खमतराई इलाके की शराब दुकाने के बाहर गंदगी का अंबार है। दुकानदार यहां लापरवाही से काम करते हैं। कचरा सड़क तक आ जाता है। आम लोगों को भी परेशानी होती है।
जब महिला अफसर ने छापा मारा तो निगम की टीम को देख शराबी और अवैध ढंग से ठेला लगाने वाले भागने लगे। कुछ तो अपना सारा सामान छोड़कर भाग गए। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ती की टीम ने सभी का सामान जब्त कर लिया। भागे हुए दुकानदारों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इन पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद टीम ने विदेशी शराब दुकान का रुख किया। वहां न तो कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा था न ही सफाई का ध्यान रखा गया था।
आबकारी विभाग भरेगा 25 हजार रुपए का जुर्माना
शराब दुकानों का संचालन प्रदेश में सरकार करती है। इस वजह से तृप्ति ने दुकान में मौजूद सुपरवाइजर से कह दिया आबकारी विभाग के अफसर से बात करवाओ। इसके बाद फोन पर तृप्ती ने आबाकरी विभाग के अफसर से कह दिया गंदगी और अव्यवस्था की वजह से दुकान पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। पैसे जमा करवा दीजिएगा। दोबारा इस तरह के हालात मिले तो दुकान सील करने की कार्रवाई करेंगे। इसके बाद अफसर ने भी जोन दफ्तर में जुर्माने के 25 हजार भेजने का भरोसा दिया।
चखना सेंटर के खिलाफ भी कार्रवाई
स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति ने शराब दुकान के पास बनी चखना दुकानों का रुख किया। गंदगी और खाने-पीने का बेतरतीब सामान देखकर भड़कीं। दो दुकानों पर 8000 रुपए का जुर्माना भी किया। यहां से गैस सिलेंडर, चूल्हा, पानी पाउच की बोरियां भी जब्त की गई । सभी दुकानदारों को सख्त लहजे में तृप्ति ने कह दिया कि दोबारा गंदगी दिखी तो सीधे दुकान सील कर दूंगी। उन्होंने शराब दुकान और चखना बेचने वाले से भी दो टूक कह दिया एक डस्टबीन रखो और हर कोई कचरा उसी में डाले सड़क पर नहीं।