वर्तमान भारत से साभार…
एक ओर जहाँ शासन प्रशासन कोविड टीकाकरण के लिए प्रयासरत है वहीँ दूसरी और छत्तीसगढ़ के इस गाँव में कोविड टीकाकरण को लेकर ऎसी अफवाह फैली की गाँव की महिलाएं काफी डरी हुई हैं।जब टीकाकरण की सुचना देने कोटवार गाँव पंहुचा तो यहाँ महिलाएं टीकाकरण के खिलाफ लामबंद हो गई और इसका विरोध करने लगीं।इस विरोध का वीडियो सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर कोशिशें नाकाफी साबित हो रही है। गांवों में कोरोना से ज्यादा वैक्सीनेशन से खतरे का अफवाह फैला हुआ है। जिसके कारण वैकसीनेशन टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
बिलासपुर के गनियारी क्षेत्र से वायरल वीडियो के जरिए एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें ग्रामीण महिलाएं वैक्सीनेशन टीम पर भड़क रही हैं और बोल रही हैं, कुछ भी हो जाए, चाहे सरकार हमारा राशन कार्ड ले ले, वे टीका नहीं लगवाएंगे। टीका लगवाने के बाद अगर उन्हें कुछ हो गया तो क्या सरकार जिम्मेदारी लेगी। परिवार, बच्चों की शिक्षा, शादी की गारंटी सरकार लेगी। अगर लेगी तो टीका लगवाएंगे लेकिन नहीं तो फिर किसी भी हालत में भले भीख मांग कर खाना पड़े टीका नहीं लगवाएंगे।
गरीब आदमी को इलाज नहीं मिल रहा है, टीका लगवाने के बाद बुखार बीमारी में लोग तड़प रहे हैं, मर रहे हैं। हालांकि कोरोना से बचने का अभी एकमात्र उपाय टीकाकरण है, जिसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन को लेकर ऐसी भ्रांति फैली हुई है, जिसके कारण इस तरह के विरोध का सामना वैकसीनेशन टीम को करना पड़ रहा है।
फिलहाल स्वास्थ्य अमले के साथ स्थानीय प्रशासन इस गाँव के लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रहा है वहीँ गाँव में टीकाकरण को लेकर फैली अफवाह से ग्रामीण भयभीत हैं जिन्हें समझाने का हर संभव प्रयास भी प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।