नई दिल्ली- केंद्र सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग, माइनिंग और इसकी होल्डिंग को प्रतिबंधित करने के लिए जल्द ही सख्त कानून बना सकती है। इस मामले से जुड़े एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस कानून से देश के लाखों निवेशकों को झटका लग सकता है जो क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और निवेश करते हैं।
अधिकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर प्रस्तावित कानून दुनिया में सबसे सख्त होगा। यह कानून लागू हो जाने के बाद क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग, माइनिंग और इसकी होल्डिंग कानूनन जुर्म होगा। यह कदम सरकार द्वारा जनवरी में दिए गए बयान के अनुरूप है जिसमें कहा गया था कि देश में बिटकॉइन समेत तमाम क्रिप्टोकरेंसी को बैन किया जाएगा। हालांकि, हाल में सरकार की ओर जारी बायन के बाद क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों में थोड़ी उम्मीद जगी थी इस तेजी से बढ़ते फिल्ड को लेकर सरकार उदार रवैया अपना सकती है। अधिकारी ने कहा कि सरकार की ओर से आने वाले कानून में निवेशकों को छह महीने का समय दिया जाएगा कि वह अपने निवेशक को क्रिप्टोकरेंसी से निकाल सकें। अधिकारी ने कहा कि यह बिल आसानी से कानून बन जाएगा क्योंकि सरकार के पास संसद में पूर्ण बहुमत है।
दुनिया में पहला देश बन जाएगा भारत
अगर भारत क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन करने वाला कानून लागू करता है तो वह ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। अभी तक किसी देश ने इतना सख्त कानून नहीं बनाया है। चीन ने भी ट्रेडिंग और माइनिंग पर बैन लगाया है लेकिन निवेश पर नहीं। गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा सख्त रवैया अपनाने के बाद देश के 80 लाख निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी में 100 अरब रुपये का निवेश किया हुआ है।
10 साल तक जेल की सिफारिश
वर्ष 2019 में सरकार द्वारा गठित एक समिति ने क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग करने, इसे रखने, इसकी माइनिंग या इसे दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर करना वालों को 10 साल जेल की सजा देने की सिफारिश की थी। हालांकि, सूत्रों ने यह नहीं बताया कि प्राइवेट डिजिटल करेंसी को बैन करने वाले बिल में सजा का प्रावधान जोड़ा गया है या नहीं, लेकिन इस बिल को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है।
रिकॉर्ड ऊंचाई पर बिटक्वाइन
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगने की खबरें ऐसे समय में आ रही है जब दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमतों में जबरदस्त उछाल आई और शनिवार को पहली बार यह सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 60,000 डॉलर के पार पहुंच गई। रविवार को इसमें और तेजी आई और एक बिटक्वाइन की कीमत 61,556 डॉलर तक पहुंच गई। मार्च, 2020 में एक बिटक्वाइन की कीमत केवल 5000 डॉलर थी जो अब 61 हजार डॉलर के पार हो गई है। यानी एक साल में बिटक्वाइन की कीमतों में 1100% से अधिक उछाल आई है।
डिजिटल रुपया लाने की तैयारी में है आरबीआई
बिटक्वॉइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित जोखिमों को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अप्रैल 2018 में एक सर्कुलर के जरिये सुझाव दिया था कि वे वर्चुअल करेंसी में डील ना करें। फरवरी 2021 की शुरुआत में आरबीआई ने कहा था कि केंद्रीय बैंक भारतीय मुद्रा रुपया का डिजिटल वर्जन लाने की योजना पर काम कर रहा है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी जैसे निवेश विकल्पों पर यह बैन लगाने के मूड में है और इस पर अपनी गंभीर चिंता पहले ही जता चुका है।