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रायपुर में मॉल खुलते ही उमड़ी भीड़, कई प्रोडक्ट हुए आउट ऑफ स्टॉक; जिला न्यायालयों में मामलों की सुनवाई टली…

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को मॉल खुलते ही एक बार फिर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सामान खरीदने के लिए शहर के हर डिपार्टमेंटल स्टोर और शॉपिंग स्टोर में लोगों की भीड़ लग गई है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि कई मॉल में सामान आउट ऑफ स्टॉक हो चुका है। कलेक्टर रायपुर ने दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मॉल खुले रखने की अनुमति जारी की है। वहीं हाईकोर्ट ने रायपुर सहित कुछ जिलों की कोर्ट में होने वाली सुनवाई को एक माह के लिए टाल दिया है। 

कोर्ट बंद किए गए, लोगों के आने पर लगाई गई रोक

रायपुर कोर्ट परिसर को बंद किया गया, लोगों के आने पर रोक। 

हाईकोर्ट ने एडवायजरी जारी करते हुए जिला न्यायालय रायपुर, गरियाबंद, तिल्दा, राजिम, देवभोग में लंबित मामलों की सुनवाई टाल दी है। वहीं सुनवाई के लिए नई तिथियों की घोषणा की गई है। अब वे सब मामले एक माह बाद सुने जाएंगे। हालांकि कोर्ट ने कहा है कि इस अवधि में अत्यावश्यक मामलों की सुनवाई की जाएगी। जिसमें जमानत संबंधी मामले, स्थगन के मामले, रिमान्ड कार्य और अन्य अत्यावश्यक प्रकरण शामिल हैं। रायपुर जिला एवं सत्र न्यायालय की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि वकील और पक्षकार काे उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है। 

राज्य में धारा-144, जरूरी हो तभी घर से निकलें

रायपुर में सड़क पर पुलिस तैनात, लोगों को दिए जा रहे दिशा-निर्देश।

छत्तीसगढ़ में सरकार ने गुरुवार को ही धारा-144 लागू कर दी थी। इसके तहत चार या उससे ज्यादा एक साथ एकत्र नहीं हो सकते हैं। इसको लेकर शुक्रवार को पुलिसकर्मी एनाउंसमेंट करते रहे। साथ ही लोगों से अपील की जा रही थी कि जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें। साथ ही उनको बताया जा रहा है कि जरूरी चीजें सारी मिल रही हैं। बाजार बंद नहीं हैं। इससे पहले रायपुर में काेरोनावारस से संक्रमित मरीज मिलने के बाद गुरुवार को राज्य सरकार ने मॉल बंद करने के आदेश दिए थे। वहीं समता कॉलोनी में पूरी तरह से लॉक डाउन है। सड़कें सूनी पड़ी हुई हैं। 

मॉल में 99 से ऊपर टेंप्रेचर होने पर प्रवेश मना, चाट-ठेलों की बिक्री 40 फीसदी घटी

रायपुर स्थित एक मॉल के बाहर लोगों को टेंपरेचर चेक किया जा रहा है। 

वहीं सरकार और पुलिस की तमाम अपील के बावजूद लोग सामान खरीदने के लिए शुक्रवार को भी मॉल और बाजारों में उमड़ पड़े हैं। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि कई मॉल में आटा और दाल जैसे रोज का जरूरी राशन भी खत्म हो गया है। हालांकि मैनेजमेंट स्टॉक मेंटेन करने की बात कह रहा है। इसके साथ ही मॉल में लोगों को एंट्री उनके शरीर का टेंपरेचर चेक करने के बाद ही दी जा रही है। अगर 99 से ऊपर मिलता है, तो उन्हें बाहर से लौटाया जा रहा है। सभी को हैंड सेनीटाइजर दिया जा रहा है। वहीं चाट-ठेले वालों की बिक्री में 30 से 40 फीसदी की गिरावट हुई है। 


कोरोना के कारण ट्रैफिक कार्रवाई बंद
राजधानी में पिछले 39 दिनों से चल रही ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई को कोरोना के कारण गुरुवार शाम से बंद कर दिया गया है। पुलिस कार्रवाई की जगह लोगों को कोरोना और ट्रैफिक को लेकर जागरूक करेगी। रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय ने ट्रैफिक कार्रवाई का विरोध किया था। गृह विभाग को भी चिट्ठी लिखी। चर्चा है कि विधायक के हस्तक्षेप के कारण कार्रवाई बंद की गई है।

हर जरूरी चीज के रेट पर नजर, स्टाॅक भी खत्म नहीं होगा
राजधानी में आलू-प्याज की कोई कमी नहीं है, इसलिए इसे ज्यादा रेट पर खरीदने या स्टाॅक करने की जरूरत नहीं है। आलू-प्याज विक्रेता संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि राजधानी में दोनों चीजों का भरपूर स्टॉक है। सभी दुकानदारों से भी कहा गया है कि वे तय कीमत में ही बिक्री करें। शहर के सभी थोक बाजारों में प्याज 17-18 और आलू 15 से 20 रुपए किलो बिक रहा है। शास्त्री बाजार, गोल बाजार समेत सभी प्रमुख बाजारों में सामान्य कीमतों पर ही बिक्री हो रही है। 

रामनवमी के सभी कार्यक्रम रद्द, मंदिरों में प्रवेश पर रोक
काेरोना के संक्रमण से बचाव के लिए ट्रस्टों ने मंदिर के पट बंद करने का निर्णय लिया है। केंद्र और राज्य सरकार की एडवायजरी काे ध्यान में रखते हुए मंदिर ट्रस्टों ने यह फैसला लिया है। सुबह-शाम सिर्फ पुजारी ही नियमित पूजा-अर्चना करेंगे। वहीं महामाया मंदिर में नवरात्र में जलने वाले ज्योत के पंजीयन भी बंद कर दिए गए है। टाटीबंध स्थित गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा ने 31 मार्च तक सभी धार्मिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। 

महामाया मंदिर में नवरात्रि में भी सीमित हवन-पूजन होगा और श्रद्धालुअों से घर पर ही पूजा-अर्चना करने की अपील की गई है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने मस्जिदों में टेम्प्रेचर मशीन और संबंधित किट की मांग की है। सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य की दृष्टि से बोर्ड के अध्यक्ष सलाम रिजवी ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर प्रदेशभर में स्थित 1560 मस्जिदों के लिए यह किट की मांग की है।


प्रदेशभर के गिरजाघर 31 मार्च तक रहेंगे बंद
प्रदेश में पहली बार गिरजाघरों में रविवारीय आराधनाएं नहीं होंगी। कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते 31 मार्च तक ग्रुप फ्राइडे के पहले होने वाले 40 दिनी उपवास घरेलू प्रार्थनाएं, विवाह समारोह और सभी तरह के धार्मिक आयोजन स्थगित कर दिए गए हैं। वहीं 22 व 29 मार्च को इतिहास में पहली बार चर्चों के पट नहीं खुलेंगे। छत्तीसगढ़ के आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर और छत्तीसगढ़ डायसिस (सीएनआई) के बिशप रॉबर्ट अली ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।