मनमोहन सिंह भारत गणराज्य के 13वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव 2009 में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है।
भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही संकट के दौर से गुजर रही है। जीडीपी लगातार कम होती जा रही है और निम्न स्तर पर चल रही है। इस वजह से पहले ही मोदी सरकार काफी दबाव में चल रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। हालांकि सरकार के लिए एक और बुरी खबर आ गई है। मशहूर अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने एक बड़ी भविष्यवाणी कर दी है जो मोदी सरकार की चिंता को और बढ़ाने वाली है। ये भविष्यवाणी मनमोहन ने द हिन्दू अखबार में लिखे अपने लेख में की है।
मशहूर अर्थशास्त्री हैं मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह शुरू से ही बड़े कांग्रेसी नेता रहे हैं। उन्होंने यूपीए की सरकार में 10 साल तक प्रधानमंत्री का पद संभाला था। इस दौरान उन्होंने देश की जीडीपी को भी संभाला था और मंदी के बाद भी भारत को ज्यादा संकट का सामना नहीं करना पड़ा था। मनमोहन सिंह मशहूर अर्थशास्त्री हैं और विदेश में पढ़े लिखे हैं। मोदी सरकार भी बजट बनाते समय अक्सर उनकी सलाह लेती है।
जानें मनमोहन सिंह की बड़ी भविष्यवाणी
मनमोहन सिंह ने देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था से लेकर कई मुद्दों पर द हिन्दू अखबार में लेख लिखकर मौन तोड़ दिया है। उन्होंने बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। मनमोहन सिंह ने भविष्यवाणी की है कि देश की जीडीपी एक फीसदी तक गिरने वाली है। मशहूर अर्थशास्त्री ने अपने लेख में दावा किया है कि कोरोना वायरस की वजह से भारत की जीडीपी को ये झटका लगने वाला है। वहीं उन्होंने कहा है कि अगर संकेतक सही रहे तब इतनी गिरावट होगी, वरना स्थिति और खराब होने वाली है। मनमोहन ने इससे पहले जीएसटी और नोटंबदी की वजह से दो फीसदी जीडीपी गिरावट का दावा किया था। कमोबेश उनकी ये भविष्यवाणी भी बाद में सही ही साबित हुई।