तीन दिवसीय नमस्ते ओरछा महोत्सव का आगाज शुक्रवार से होगा। महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ शाम करीब साढ़े छह बजे करेंगे। वहीं इस महोत्सव पर कोरोना का भी असर दिख रहा है। सैकड़ों देशी विदेशी सैलानियों से पटा रहने वाले महोत्सव पर इस बार सैलानियों की संख्या कम ही रहेगी। ऐसा अंदेशा पर्यटन विभाग जता रहा है। गौरतलब है कि प्रशासन और पर्यटन विभाग द्वारा तीन दिवसीय महोत्सव (6 मार्च से 8 मार्च तक) की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से उन्हें चिंता सता रही है। क्योंकि हाल ही में खजुराहो एयरपोर्ट पर इटली के 9 सैलानियों को रोक लिया गया था।
पहले तो उन्हें नौगांव में भर्ती कराया गया, जहां से बाद में उन्हें दिल्ली भेज दिया गया। ऐसे में खासतौर पर देशी सैलानियों में दहशत है। पर्यटन विभाग भी इस बार सैलानियों की कम संख्या को लेकर चिंतित है। गौरतलब है कि ओरछा में पिछले सालों में 200 से ज्यादा विदेशी और 1000 से ज्यादा देशी पर्यटक ओरछा पहुंचते थे। वहीं इस बार यह आंकड़ा बेहद कम है। इस बार अब तक 100 विदेशी और 400 से भी कम देशी पर्यटक पहुंचे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने की विदेशी सैलानियों की स्कैनिंग
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने होटलों में रुके हुए विदेशी सैलानियों की स्कैनिंग की। सबसे पहले ओरछा पैलेस में ठहरे कनाडा और फ्रांस के सैलानियों की स्कैनिंग की गई। स्कैनिंग के बाद ही सैलानियों को घूमने की अनुमति दी जा रही है। आयोजन में करीब 300 डेलीगेट्स को आना है, जिसमें बड़ी तादात में विदेशी भी शामिल हैं।
सज गए महल-छतरियां, 3 मंच भी तैयार
महोत्सव के लिए अनुबंधित अनुबंधित दिल्ली की एजेंसी द्वारा कार्य पूरा कर लिया गया है। तीन मंच कंचना घाट, कल्पवृक्ष परिसर और शीशमहल पार्किंग के पास बनाए गए हैं। शीशमहल में आयोजित कार्यक्रम आमजनों के लिए नहीं होगा, जबकि दो कार्यक्रम आमजन देख सकेंगे। इसके साथ ही छतरियों और जहांगीर महल, राय प्रवीण महल, चतुर्भुज मंदिर, रामराजा सरकार मंदिर, लक्ष्मी मंदिर के अलावा अन्य स्मारकों को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है। कोरोना वायरस के चलते पर्यटकों की संख्या में कमी है। फिलहाल इन पर्यटकों की संख्या आधी हो गई।