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छत्तीसगढ़ के 20 हजार से ज्यादा इंजीनियरिंग के छात्रों को इंटर्नशिप का फायदा

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रायपुर। केंद्र सरकार ने इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप कराने का फैसला लिया है। केंद्रीय बजट में इसके लिए प्रावधान है। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के इंजीनियरिंग के संस्थानों से करीब 20 हजार छात्रों को इंटर्नशिप का फायदा मिलेगा। अभी निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को बेहतर इंटर्नशिप की सुविधा नहीं मिल पाती है। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर प्रोफेसर विकास जैन का कहना है कि इंजीनियरिंग में इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा। इससे छात्रों में स्किल अधिक बढ़ेगी। बता दें कि पिछले सालों में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के मापदंडों पर दस कॉलेज में विभिन्न ब्रांच की पढ़ाई खरी नहीं उतर पाई। नतीजतन इन कॉलेजों की विभिन्न ब्रांच बंद कर दी गईं। ज्यादातर कॉलेजों में इंटर्नशिप और प्लेसमेंट कैंप तक नहीं हो रहे थे। ऐसे में अब इंटर्नशिप के जरिए कॉलेजों के छात्रों की स्किल विकसित की जा सकेगी।

राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में छात्रों को भी फायदा

राज्य में निजी और सरकारी कॉलेजों की संख्या 48 है। यहां इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए यहां आइआइटी, ट्रिपलआइटी और एनआईटी भी है। इसी साल एनआइटी रायपुर में सबसे ज्यादा 121 सीटें बढ़ी हैं। ट्रिपलआइटी में डाटा एनालिटिक्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नया कोर्स भी शुरू चुका है। यहां 60 सीटें बढ़ी हैं। इसी तरह आइआइटी भिलाई की 17 सीटें बढ़ाई गई हैं। रायपुर एनआइटी में सीटों की संख्या 955 से बढ़कर 1076 हो गई है। आइआइटी भिलाई की सीटें 126 से बढ़कर 143 हो गई हैं। साथ ही ट्रिपलआइटी में 120 के बजाय 180 सीटों पर एडमिशन दिया जा रहा है।

आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को भी फायदा

पिछले साल ही केंद्र सरकार ने रिजर्व सीटों की संख्या 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत की गई है। इसके साथ ही ईडब्ल्यूएस यानी आर्थिक रूप से कमजोर जनरल कैटेगिरी के स्टूडेंट्स के लिए भी 10 प्रतिशत सीट रिजर्व रखी गई हैं। देश भर की 23 आइआइटी, 31 एनआइटी और 25 ट्रिपल आइटी और 28 जीएफटीआइ में प्रवेश के लिए ज्वॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) की काउंसिलिंग होती है इन छात्रों को इंटर्नशिप की सुविधा मिलने से राह अधिक आसान हो जाएगी।