छत्तीसगढ़ में हुए नगरीय निकाय चुनाव के बाद महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्षों के चुनाव का सिलसिला शुरू हो गया है। राजनांदगांव नगर निगम में महापौर के लिए आज गहमागहमी के बीच हुए मतदान में कांग्रेस की हेमा देशमुख ने भाजपा की शोभा सोनी को 11 मतों के अंतर से पराजित कर महापौर बनीं। महापौर चुनाव में शोभा सोनी को 20 और कांग्रेस की हेमा देशमुख को 31 वोट मिले। 51 वार्ड वाले इस नगरीय निकाय में 22 सीटों पर कांग्रेस के पार्षद जीते हैं। वहीं भाजपा ने 21 सीटें जीती है। निर्दलीय सात और सीपीआई एक सीट जीती है। इस लिहाज से कांग्रेस, निर्दलीय पार्षदों की मदद से निगम पर कब्जा करने एड़ी चोटी का जोर लगा रखी थी।
राजनांदगांव नगर निगम में महापौर के बाद अध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस की जीत हुई। 30 वोट पाकर कांग्रेस पार्षद हरिनारायण धकेता अध्यक्ष बने। भाजपा से अध्यक्ष पद के लिए शिव वर्मा प्रत्याशी थे। शिव वर्मा को 21 वोट मिले।
स्पष्ट बहुमत नहीं होने और क्रास वोटिंग की स्थिति में भाजपा के कब्जा कर लेने को लेकर कांग्रेस नेता चिंतित नजर आए। पूरे समय जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर यहां डटे रहे और कांग्रेस पार्षदों की पार्टी गाइडलाइन में चलने समझाइश देते रहे।
दोपहर करीब दो बजे शुरू हुआ मतदान का सिलसिला शाम चार बजे तक चलता रहा। कांगेस पार्षदों को बस में भरकर लाया गया। मंत्री भी साथ में पहुंचे थे। महापौर और सभापति चुनाव को लेकर पूरे दिन शहर में गहमागहमी का माहौल रहा।
वार्ड 32 की साक्षर पार्षद दुलारीबाई साहू स्वयं से मतदान कर पाने में असमर्थता जाहिर की। उनके साथ मतदान कराने सहयोगी ले जाने की बात पर कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों के बीच जमकर तनातनी हुई। इस बीच मतदान की प्रक्रिया कुछ देर के लिए रूक गई थी। बाद विहित प्राधिकारी ने व्यवस्था दी और मतदान संपन्न् कराया गया। मतदान के तत्काल बाद हुई मतगणना में कांग्रेस की हेमा देशमुख महापौर चुनी गईं।