अंकिता चौधरी ने 14वां स्थान पाया। अब वो IAS बनेंगी। अंकिता ने दसवीं व बारहवीं की परीक्षा इंडस स्कूल रोहतक से पास की थी। उसके बाद हिंदू कॉलेज दिल्ली से बीएससी पास की। फिर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही कैमेस्ट्री आनर्स में डिग्री की।
अंकिता के पिता महम शुगर मिल में अकाउंटेंट हैं। उनकी माता अंजु जेबीटी अध्यापिका थी। जिनकी चार साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। अंकिता के चाचा भोलू ढाका ने बताया कि बेटी की सफलता पर पूरे परिवार व शहरवासियों को नाज है। वह शुरू से ही मेहनती रही है।
अंकिता कहती हैं, मैं दो साल तक सोशल मीडिया से दूर रही क्योंकि मैं किसी तरह का भटकाव नहीं चाहती थी।’ अपनी बेटी की सफलता पर गर्व करते हुए सत्यवान कहते हैं, ‘अंकिता हमेशा से पढ़ने में तेज थी। वह खेल-कूद जैसी एक्टिविटी में भी आगे रहती थी। उसने मुझे और पूरे परिवार को गर्व से भर दिया है।’
IAS बनने का सपना जरूर देखा था, लेकिन सोचा नहीं था कि इतनी जल्दी ये सपना पूरा कर पाऊंगी। मेरा परिवार मेरे साथ रहा है। उन्होंने मुझे हमेशा बराबरी का दर्जा दिया। मैं मानती हूं कि किसी को भी लड़की और लड़के में भेद नहीं करना चाहिए।’