कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज यहां बताया कि सुराजी गांव योजना के तहत दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के दिन को गौठान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस हेतु उन्होने कृषि एवं पशुपालन विभाग के उपसंचालक और सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये है। उन्होने कहा है कि छत्तीसगढ़ में दीपावली पश्चात गोवर्धन पूजा की मान्यता तथा परंपरा है। सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी कार्यक्रम चयनित स्थानों पर गौठानों का निर्माण किया गया है जहां गौवंश प्रतिदिन आते है। अतः उन्होने चयनित गौठानों में पूजा अर्चना कर गोवर्धन पूजा के दिन को गौठान दिवस मनाने के निर्देश दिये है।