वजन बढने के डर से कहीं आप भी चावल से बहुत दूरी तो नहीं बनाते हैं। अगर हां तो अब आपको चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है।
आज हम आपको बताएंगे कि चावल खाने से वजन बढ़ने की कोई भी परेशानी नहीं होगी। सबसे पहला सवाल जो हमारे मन में उठता है वो ये है कि क्या हमारा वजन न घटने के पीछे सिर्फ सफेद रंग के चावल ही मुख्य वजह है? इसके बाद हम बुझे मन से इस सोच में डूब जाते हैं कि क्या अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए हमें पूरी तरह स्वादहीन ब्राउन राइज का ही सहारा लेना होगा। आइए जानिए क्या है पूरा सच।
ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। बता दें कि जिस वक्त फसलों से ब्राउन राइस निकाले जाते हैं उनकी सिर्फ बाहरी परत को ही हटाया जाता है। इसके बाद जब इन्हें पॉलिश किया जाता है तभी ये सफेद चावल बनते है।
अगर हम दोनों चावलों के पौष्टिक मूल्यों की तुलना करें तो सफेद चावलों की तुलना में भूरे रंग के चावलों में मैंगनीज,लोहे और फास्फोरस दोगुनी मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही ब्राउन राइस में सफेद चावलों की तुलना में विटामिन बी 3 तीन गुना और विटामिन बी 6 दस गुना ज्यादा होता है।
बता दें कि भूरे रंग के चावल पोषण मूल्यों के आधार पर सफेद चावलों से बेहतर होते हैं। इतना ही नहीं सफेद चावलों में भूरे चावलों की तुलना में फाइबर की मात्रा भी कम होती है। कहा जाता है कि सफेद चावलों में प्रचूर मात्रा में कार्बोहाइडेट होते है जो कि हमारे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ा देते हैं। जो लोग आपना वजन घटाने का प्रयास कर रहे होते है उनके लिए तो ये उनका दुश्मन है। सफेद चावल पाचने में देरी करते हैं। सफेद चावल खाने के बाद आपको लंबे समय तक कुछ खाने की इच्छा नहीं होती है जिसकी वजह से हम बार-बार कुछ खाने से बच जाते है। बावजूद इसके अगर फिटनेस और हेल्थ की बात की जाए तो कहा जा सकता है कि सफेद चावलों की तुलना में हमारी सेहत के लिए ब्राउन राइज ही अच्छा विकल्प है।