Home समाचार इनकम टैक्स भरने के मामले में भारतीयों ने बनाया रिकॉर्ड, एक ही...

इनकम टैक्स भरने के मामले में भारतीयों ने बनाया रिकॉर्ड, एक ही दिन में भरे गए करीब 50 लाख आयकर रिटर्न

44
0

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने आयकर रिटर्न फाइलिंग (Filing Income Tax Return) को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. बोर्ड ने बताया है कि इस बार रिटर्न फाइलिंग में 41% की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. आयकर रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख निकल चुकी है. जिसके बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने बताया है कि रिटर्न दाखिल करने के आखिरी दिन इस साल 31 अगस्त को करीब 50 लाख लोगों ने ऑनलाइन आयकर रिटर्न (Online Income Tax Return) दाखिल किया. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने अपने बयान में कहा है, ’31 अगस्त को 49,19,121 लोगों ने ऑनलाइन ITR दाखिल किया. बोर्ड के जारी किए आंकड़ों के मुताबिक अंतिम दिन इतने रिटर्न दाखिल करने के मामले में यह एक रिकॉर्ड है.”

पिछले साल के मुकाबले ITR भरने वाले बढ़े 4%
पिछले साल ITR दाखिल करने के अंतिम दिन 34,95,9300 लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया था. इस तरह पिछले साल के मुकाबले इस साल आखिरी टिन टैक्स भरने वालों की संख्या में 41% की बढ़ोत्तरी हुई है. आयकर आकलन वर्ष 2019-20 के लिए आय का विवरण दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक विभाग को 5.65 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न प्राप्त हुए. यह पिछले वर्ष प्राप्त रिटर्न से 4% अधिक है.

आकलन वर्ष 2018-19 में इस अवधि में 5.42 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए थे. सरकार ने पिछले साल भी आकलन वर्ष 2018-19 के लिए रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2018 तक बढ़ा दी थी. जबकि बाढ़ प्रभावित केरल के करदाताओं को 15 सितंबर 2018 तक के लिए यह सुविधा दी गयी थी.

इस साल 27 से 31 अगस्त के बीच 1,47,82,095 लोगों ने ऑनलाइन आयकर रिटर्न दाखिल किए. यह आकलन वर्ष 2018-19 की इसी अवधि में दाखिल आयकर रिटर्न के मुकाबले 42% की वृद्धि है.

आकलन वर्ष 2019-20 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त थी. विभाग ने बताया कि ऑनलाइन रिटर्न भरने की सबसे तेज गति प्रति सेकेंड 196 रिटर्न रही. बयान के मुताबिक आयकर विभाग की साइबर सुरक्षा टीम ने इस अति व्यस्त समय में सेवा में व्यवधान डालने की कोशिश से किए गए 2,205 साइबर हमलों को विफल किया.

कुल दाखिल 5.65 करोड़ आयकर रिटर्न में से 3.16 करोड़ रिटर्न सत्यापित किए जा चुके हैं. 2.86 करोड़ करदाताओं (79 प्रतिशत) ने ई-सत्यापन का विकल्प चुना. इसके लिए ज्यादातर आधार और एक बार के लिए पासवर्ड (OTP) के माध्यम को चुना गया.