मध्य प्रदेश की सियासत में इस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया चर्चा का केंद्रीय विषय बने हुए हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अद्यक्ष को लेकर रस्साकस्सी तेज हो गई है. एमपी के दतिया जिले के कांग्रेस नेता अशोक दांगी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में खुल कर सामने आ गए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर पूर्व मंत्री सिंधिया को प्रदेश की राजनीति से दूर रखा गया तो वो 500 लोगों के साथ इस्तीफा दे देंगे. दांगी ने एक प्रेस नोट भेजकर यह जानकारी दी.
इस नोट में कई लोगों के हस्ताक्षर भी है. पत्र में लिखा है कि आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में एक चमत्कारी एवं करिश्माई वयक्तित्व की कड़ी मेहनत व अथक परिश्रम है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया है. उनके सराहनीय योगदान को कांग्रेस को नहीं भूलना चाहिए.
बता दें कि कांग्रेस हाई कमान ने सिंधिया को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए हाल ही में स्क्रीनिंग कमेटी का अधयक्ष नियुक्त किया है. इस फैसले का प्रदेश सरकार में मंत्री इमरती देवी ने विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की जिम्मदारी दी जानी चाहिए.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष कौन होगा? इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस में खींचतान है. राज्य के राजनीतिक गलियाओं में हो रही चर्चा के मुताबिक अध्यक्ष पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और और मुख्यमंत्री कमलनाथ गुट के बीच हो रही खींचतान हो रही है.
वहीं दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह समर्थक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के यहां लगातार पार्टी नेताओं और विधायकों का जमावड़ा बना हुआ है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अद्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर यह दावा किया कि एमपी को जल्द ही प्रदेश अद्यक्ष के रूप में नया चेहरा मिलेगा. इधर, कमलनाथ कैबिनेट के कुछ मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाए जाने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाए हुए हैं