पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्रा का बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ
अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में मिश्रा को गार्ड ऑफ ऑनर दिए
जाते समय एक अजीब सी घटना हुई। मिश्रा को गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए 22 जवान
थ्री नॉट थ्री की राइफल के साथ तैनात थे पर मौके पर एक भी राइफल से फायर
नहीं हो पाया।
फायर ना हो पाने के बाद अधिकारियों ने राइफलों की
दोबारा जांच की और फिर फायर करने की कोशिश की गई। दोबारा कोशिश करने पर भी
वहीं नतीजा रहा, किसी भी राइफल से कोई फायर नहीं हुआ। इसके बाद बिना फायर
किए ही मिश्रा का अंतिम संस्कार किया गया। खास बात ये है कि इस दौरान सीएम
नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी मौजूद थे।
जगन्नाथ मिश्रा तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है।
वे चारा घोटाले में सजा काट रहे थे। बीमारी और बढ़ती उम्र के आधार पर
उन्हें जमानत दी गई थी, इसी दौरान सोमवार को नई दिल्ली में मिश्रा का निधन
हो गया था। जगन्नाथ मिश्रा के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे। नीतीश कुमार ने मिश्रा के
सम्मान में तीन दिन के राजकीय शौक की घोषणा की है।