इसरो द्वारा 22 जुलाई को लॉन्च महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 मंगलवार को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा। 14 अगस्त को चंद्रयान को चंद्र स्थानांतरण प्रक्षेपवक्र में प्रवेश कराया गया था। अब यान के तरल ईंधन वाले इंजन को शुरू किया जाएगा ताकि इसे चंद्रमा की कक्षा के अंदर प्रवेश दिलाया जा सके। चंद्रयान-2 मिशन की निगरानी इसरो के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क में स्थित मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स द्वारा किया जा रहा है। इसमें बेंगलुरु में स्थित भारतीय डीप स्पेस नेटवर्क का भी सहयोग लिया जा रहा है।
इसरो ने 14 अगस्त को कहा था कि चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान पर सभी प्रणालियां सामान्य प्रदर्शन कर रही हैं। चंद्रयान-2 भारत का दूसरा चंद्र अभियान है जो चंद्रमा के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र में खोजबीन करेगा।
यान के चांद की कक्षा में प्रवेश कर जाने के बाद 2 सितंबर को यह अपने साथ ले जाए गए लैंडर विक्रम को छोड़ देगा। इसके बाद विक्रम लैंडर चांद के दो चक्कर काटने के बाद 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा।