छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पंद्रह सालों बाद सत्ता के वनवास को समाप्त करने और लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में मिली करारी के बाद सत्ताधारी दल कांग्रेस ने अपने संगठन विस्तार की रणनीति तय कर ली है. नई रणनीति के तहत कांग्रेस (Congress) सत्ता में शामिल लोगों को संगठन में पद नहीं देगी, और जिन्हें संगठन में बड़ा पद दिया जाएगा उन्हें सत्ता से दूर रखा जाएगा. इस रणनीति पर अमल करने की बात भी कांग्रेस के नेता कह रहे हैं.
बता दें कि कांग्रेस (Congress) ने निगम-मंडलों में नियुक्ति के बाद कार्यकारिणी विस्तार की योजना बनाई है. कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम (Mohan Markam) के पीसीसी चीफ बनने के बाद कांग्रेस में सत्ता और संगठन के बीच बढ़ी दूरियों को कम करने का प्रयास लगातार जारी है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी का कहना है कि जो भी निर्णय लिया जा रहा है, वो आला नेताओं से लेकर संगठन स्तर के नेताओं की सहमति लेकर ही लिया जा रहा है. संगठन विस्तार की रणनीति पर अमल करने की कवायद भी की जा रही है.
सीएम लगा चुके हैं फटकार
बता दें कि सरकार के निगम, मंडल और आयोगों में पद के लिए सीएम के चक्कर लगा रहे नेताओं को खुद सीएम भूपेश बघेल फटकार लगा चुके हैं. दिल्ली दौरा के दौरान रायपुर एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में पहुंचे सीएम ने अपने समर्थकों को देखकर उन्हें फटकार लगाई थी. सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि जो योग्य होगा, उसे ही पद मिलेगा, ऐसे चक्कर लगाने से किसी को भी सरकार में पद नहीं मिलेगा. इसके बाद अब पीसीसी ने नई रणनीति बना दी है. अब देखना ये होगा कि इसका पालन कितना किया जाता है.