कर्कट (चिकित्सकीय पद: दुर्दम नववृद्धि) रोगों का एक वर्ग है जिसमें कोशिकाओं का एक समूह अनियंत्रित वृद्धि (सामान्य सीमा से अधिक विभाजन), रोग आक्रमण (आस-पास के उतकों का विनाश और उन पर आक्रमण) और कभी कभी अपररूपांतरण अथवा मेटास्टैसिस (लसिका या रक्त के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में फ़ैल जाता है) प्रदर्शित करता है। कर्कट के ये तीन दुर्दम लक्षण इसे सौम्य गाँठ (ट्यूमर या अबुर्द) से विभेदित करते हैं, जो स्वयं सीमित हैं, आक्रामक नहीं हैं या अपररूपांतरण प्रर्दशित नहीं करते हैं। अधिकांश कर्कट एक गाँठ या अबुर्द (ट्यूमर) बनाते हैं, लेकिन कुछ, जैसे रक्त कर्कट (श्वेतरक्तता) गाँठ नहीं बनाता है। चिकित्सा की वह शाखा जो कर्कट के अध्ययन, निदान, उपचार और रोकथाम से सम्बंधित है, ऑन्कोलॉजी या अर्बुदविज्ञान कहलाती है।
कैंसर के शुरुआती लक्षण
1. शरीर के किसी अंग पर चोट लगने की वजह से अगर खून लगातार बहता रहता है। और मलाशय के द्वार से भी खून निकलता है तो यह शरीर में कैंसर की बीमारी के संकेत हो सकते हैं।
2. अगर आपके शौच के समय, मल और आकार में बदलाव होने के संकेत दिखाई देते हैं तो आप कैंसर की बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
3. अगर आपके शरीर का वजन एक महीने में ही चार-पांच किलो तक कम हो जाता है तो यह आपके शरीर में कैंसर की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
4. अगर आपके शरीर पर छोटी-छोटी गांठ बनकर धीरे-धीरे बड़ी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर को जरूर दिखाएं। यह शरीर में कैंसर की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
5. अगर आपके किसी शारीरिक अंग पर बिना चोट के ही अचानक से सूजन आ जाती है तो इसे नजरअंदाज नहीं करें। यह कैंसर का संकेत भी हो सकता है।
6. अगर आपको लगातार बहुत दिनों से उल्टी हो रही है। और उल्टी के साथ खून भी आता है तो यह आपके पेट में कैंसर का लक्षण हो सकता है।
7. अगर आपकी आंखों की रोशनी में अचानक से बदलाव आ गया है। और आपके सिर में अचानक से तेज दर्द होने लगता है तो यह आपके दिमाग में कैंसर का संकेत हो सकता है।
8. अगर आपको बहुत दिनों से खांसी और बलगम की बीमारी है। और सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही है तो यह आपके फेफड़ों में कैंसर की बीमारी का संकेत हो सकता है।