बारिश का मौसम है, यही वक्त है जब आपका सांप से सामना हो सकता है. हम आपको डराने नहीं सतर्क करने आये हैं. बारिश के मौसम में सांप अपने बिल से बाहर निकलते हैं. अक्सर यह घर के आंगन में, कमरे के कोनो में बागीचे में नजर आता है.सांप बाहर निकलते है तो जाहिर है इसी मौसम में सांप के काटने से कई लोगों की मौत हो जाती है.
देश में कई लोग हैं जो आपके घर से , खेत से सांप बाहर निकालने का काम करते हैं. अक्सर लोग सांप नजर आने पर उसे मार देते हैं लेकिन कई लोग हैं जो पेशेवर हैं और सांप को सुरक्षित निकाल कर जंगल में या दूसरी सुरक्षित जगहों पर छोड़ देते हैं. कई लोगों को जानकारी नहीं होगी कि लेकिन भारत दुनिया में नंबर वन कंट्री हैं जहां सांप कांटने की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं.
साल 2017 में केंद्रीय हेल्थ मिनिस्टर ने एक आकड़ा जारी किया जिसमें बताया कि छह महीनों में 1 लाख 14 हजार मामले सामने आये. इन आकड़ों में महाराष्ट्र सबसे आगे था जहां 24 हजार 4 37 मामले दर्ज किये गये थे. महाराष्ट्र के बाद वेस्ट बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओड़िशा और कर्नाटका जैसे राज्य शामिल थे.
आकड़ों में समझें
पूरी दुनिया में 5.4 मीलियन मामले सामने आते हैं तो 2.8 मीलियन भारत देश के हैं लगभग 1 लाख लोग पूरी दुनिया में सांप के काटने से मारे जाते हैं इस खतरे से लड़ने के लिए सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं के साथ – साथ कई लोग अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं. बंगाल में डॉ दयाल बंधू मजूमदार, महाराष्ट्र में प्रियंका कदम सरीखे कई लोग हैं जो व्हाट्सएप ग्रुप और अन्य माध्यमों से इस खतरे से निपटने के लिए अभियान चला रहे हैं.
भारत क्यों पूरी दुनिया से सर्पदंश में आगे है
* ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ सुविधा की खराब स्थिति
* ग्रामीण इलाको में इलाज को लेकर असुविधा है ग्रामीणों जल्द अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाते
* सर्पदंश के बाद इलाज को लेकर लोगों को जानकारी कम हैं
* सर्पदंश के बाद लोग ओझा और घरेलू उपचार की तरफ देखते हैं
* एंटी वेनम का ना होना भी एक बड़ा कारण है, दूसरा इसे रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की कमी
* एंटी वेनम की कीमत भी ज्यादा होती है
क्या करें
शांत रहें, घबरायें नहीं और तुरंत उपचार करें
सांप ने जिस जगह काटा है उसे स्थिर रखें
अगर आपने कोई ज्वेलरी पहन रखी है उसे उतार लें, कपड़े ढीले कर लें
क्या ना करें
सांप के कांटने वाली जगह पर कोई कट ना लगायें और ना हीं चूसकर जहर निकालने की कोशिश करें
घरले उपचार और ओझा या झाड़ फूंक पर भरोसा ना करें
सांप के कांटे जगह पर बर्फ या किसी चीज का इस्तेमाल ना करें
ऐसी कोई चीज भी ना करें जिससे जख्म और गहरा हो या सूजन बढ़ जाए