उन्नाव रेप केस में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अहम फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिए हैं कि उन्नाव रेप और एक्सीडेंट से जुड़े सभी मामले दिल्ली ट्रांसफर किए जा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों को भी तलब किया. कोर्ट ने कहा कि अगर सीबीआई ओपन कोर्ट में जानकारी साझा नहीं करना चाहती तो चेंबर कोर्ट की व्यवस्था की जाएगी.
बता दें कि उन्नाव रेप केस की पीड़िता और वकील दोनों मरीजों की हालत अभी भी गंभीर है. दोनों अभी भी होश में नहीं हैं. CBI ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उसके भाई मनोज सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिसमें यूपी के एक मंत्री का रिश्तेदार भी शामिल है. ये कार्रवाई उन्नाव रेप पीड़िता की सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद हुई है.
2 बजे होगा केस ट्रांसफर पर फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोपहर 2 बजे इस बात पर फैसला करेंगे कि इस मामले से जुड़े सभी पांचों केस दिल्ली ट्रांसफर किए जाएंगे या नहीं. साथ ही पीड़िता को लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ्ट किए जाने पर भी फैसला लिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता और उसके वकील की मेडिकल रिपोर्ट भी तलब की है. कोर्ट ने कहा- डॉक्टर सबसे अच्छे जज हैं, वही फैसला करेंगे कि पीड़िता और उसके वकील को दिल्ली लाया जा सकता है या नहीं.
पीड़िता को किया जा सकता है एयरलिफ्ट
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप पीड़िता की हालत के बारे में भी पूछा और कहा कि क्या पीड़िता की हालत एयरलिफ्ट करने की है? सुप्रीम कोर्ट के इस सवाल पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि वो अभी वेंटिलेटर पर है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम एम्स से इस बारे में बात कर सकते हैं और पीड़िता को एयरलिफ्ट किया जा सकता है.
सीबीआई को एक हफ्ते में जांच के निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई अधिकारियों को तलब करने के बाद सुनवाई शुरू करते हुए सीबीआई को एक हफ्ते के भीतर अपनी जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुशार मेहता को पूछा कि आप इस केस की जांच में कितना वक्त चाहते हैं. इसके जवाब में मेहता ने कहा, एक महीने में जांच पूरी हो जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने उनके इस जवाब पर कहा – एक महीना? एक हफ्ते में जांच पूरी कीजिए.
आरोपी विधायक सेंगर की बीजेपी से छुट्टी
बीजेपी ने उन्नाव रेप केस में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आखिरकार पार्टी से निकाल दिया है. इससे पहले बीजेपी ने सेंगर को पार्टी से सस्पेंड करने की बात कही थी. लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख अब ये कार्रवाई की गई है.
पीड़िता के 3 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ सुरक्षा में तैनात 3 सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. कॉन्स्टेबल सुदेश पटेल, महिला कॉन्स्टेबल सुनीता और रूबी कुमारी पर एसपी उन्नाव ने लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई की है.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सीबीआई अधिकारी
सुप्रीम कोर्ट में उन्नाव मामले को लेकर हुई सुनवाई में सीबीआई को तलब करने के बाद अब सीबीआई अधिकारी कोर्ट पहुंच चुके हैं. सीबीआई की ज्वाइंट डायरेक्टर सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी हैं. अब कुछ ही देर में सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर सुनवाई शुरू होगी.
चेंबर कोर्ट में जानकारी दे सकती है सीबीआई: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि अगर सीबीआई खुली अदालत में जानकारी साझा नहीं करना चाहती है तो इसके लिए चेंबर कोर्ट की व्यवस्था की जाएगी. सीबीआई अधिकारियों को दोपहर तक सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्नाव से जुड़े सभी केस यूपी से बाहर हो सकते हैं ट्रांसफर: सुप्रीम कोर्ट
उन्नाव रेप केस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले से जुड़े सभी केस यूपी से बाहर ट्रांसफर करने का संकेत दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई अफसरों को भी तलब किया.
पीड़िता की चिट्ठी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
उन्नाव रेप पीड़िता की चिट्ठी पर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी. पीड़िता ने सड़क हादसे से कुछ ही दिन पहले चीफ जस्टिस को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने विधायक के भाई की तरफ से मिल रही धमकियों का जिक्र किया था. हालांकि सीजेआई ने खुद इस बात का खुलासा किया कि ये चिट्ठी उन्हें काफी देरी से मिली.
पीड़िता के वकील के ससुर की तबीयत बिगड़ी
उन्नाव रेप केस पीड़िता के वकील के ससुर की हॉस्पिटल में अचानक तबीयत खराब हो गई. वो एक्सीडेंट के बाद से ही वकील और पीड़िता के साथ मौजूद थे. उन्हें ट्रामा सेंटर में एडमिट किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. वकील के ससुर अपने घायल दामाद के साथ पिछले कई दिनों से थे. बताया जा रहा है कि वो ब्लड प्रेशर के मरीज हैं.
घायल वकील को कुछ देर के लिए वेंटिलेटर से हटाकर देखा गया था: KGMU
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने कहा, घायल वकील को आज भी दिन में कुछ देर के लिए वेंटिलेटर से हटाकर देखा गया था, इस दौरान उनकी तबीयत स्थिर रही. बाद में फिर उन्हें वेंटिलेटर पर कर दिया गया.
उनसे जब पूछा गया कि क्या इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाने की कोई योजना है, तो उन्होंने कहा कि केजीएमयू के पास विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं है. लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो शहर के दूसरे अस्पतालों (संजय गांधी पीजीआई और लोहिया अस्पताल) के डॉक्टरों को भी बुला सकते हैं.
उन्नाव रेप पीड़िता, वकील की हालत में खास सुधार नहीं
लखनऊ स्थित केजीएमयू ने कहा है कि रेप पीड़िता और वकील दोनों मरीजों की हालत अभी भी गंभीर है. हालांकि केजीएमयू ने ये भी कहा कि उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता और उनके वकील की हालत में कुछ खास सुधार नहीं है. दोनों अभी भी होश में नहीं हैं. पीड़िता अभी भी वेंटिलेटर पर है जबकि उसके वकील को आज भी कुछ देर के लिए वेंटिलेटर से हटाकर देखा गया.डॉ. संदीप तिवारी, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटरपीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है. आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता. पीड़िता को अभी तक होश नहीं आई है.
उन्होंने बताया कि 30 जुलाई को पीड़िता का सीटी स्कैन कराया गया था लेकिन सिर में कोई चोट फिलहाल नजर नहीं आई थी. लेकिन इसके बावजूद सिर में जख्म से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि बहुत सी सिर की चोटें सीटी स्कैन में नजर नहीं आतीं. पीड़िता की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम 24 घंटे से उसकी निगरानी कर रही है. अभी भी वह वेंटिलेटर पर है.”
मामले पर कार्रवाई होती, तो दो लोगों की जान बच जाती: रेप पीड़िता की चचेरी बहन
रेप पीड़िता की चचेरी बहन ने कहा, “अगर मामले पर कार्रवाई हुई होती, तो आज दो लोगों (पीड़िता के चाची और मौसी) की जान नहीं गई होती. पीड़िता के चाचा को इंसाफ देने के बजाए उन्हें सजा दी गई. क्या यही न्याय है? ये कहां का न्याय है?“