टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी आतंकवाद प्रभावित दक्षिण कश्मीर में बुधवार को सेना के साथ जुड़ गए जहां वह अन्य सैनिकों की तरह गश्त, गार्ड ड्यूटी और बाकी काम करेंगे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान 15 अगस्त तक 106 टीए बटालियन (पैरा) के साथ रहेंगे और सैनिकों की तरह काम करेंगे. बता दें कि टेरिटोरियन आर्मी मुख्य सेना का ही अंग है. यह सेना को स्थायर ड्यूटी में मदद करती है और प्राकृतिक आपदाओं और जरूरी सेवाओं को बनाए रखने में मदद करती है. शोपियां-अनंतनाग में तैनात है विक्टर फॉर्स
सेना के अधिकारियों ने कहा, ‘लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी यहां पहुंच गए और यूनिट से जुड़ गए.’यूनिट आतंकवाद प्रभावित दक्षिण कश्मीर में विक्टर फोर्स के साथ जुड़ेंगे. धोनी जिस यूनिट से जुड़े हैं वह कश्मीर के सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित जिलों जैसे शोपियां और अनंतनाग में काम करती है. विश्व कप विजेता कप्तान 38 बरस के धोनी के सेना को दो सप्ताह सेवाएं देने के अनुरोध को पिछले सप्ताह सेना मुख्यालय ने मंजूरी दी थी.
धोनी को 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक मिली थी. वह क्वालीफाइड पैराट्रूपर भी है और पांच पैराशूट ट्रेनिंग जंप कर चुके हैं. धोनी को भारत का तीसरा उच्चतम नागरिक सम्मान पद्म भूषण मिल चुका है.
विश्व कप में भारतीय टीम के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद धोनी के संन्यास की अटकलें लगाई जा रही थी. धोनी ने दो महीने पैराशूट रेजिमेंट को देने के लिये बोर्ड से ब्रेक मांगा था. वह भारतीय टीम के वेस्टइंडीज दौरे का हिस्सा नहीं है.
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने के बाद सेना की राष्ट्रीय राइफल्स का गठन किया गया. इसका मुख्य काम आतंक विरोधी ऑपरेशन चलाना है. इस रेजीमेंट में सेना की बाकी सभी रेजीमेंट से जवान कश्मीर ड्यूटी के लिए शामिल किए जाते हैं. राष्ट्रीय राइफल्स की पांच यूनिट है और सभी कश्मीर घाटी व जम्मू संभाग की अलग-अलग जगहों पर तैनात है.
यह यूनिट इस प्रकार है-
रोमियो फॉर्स- राजौरी और पुंछ में तैनात.
डेल्टा फॉर्स- डोडा में तैनात.
विक्टर फॉर्स- अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और बड़गाम में तैनात.
किलो फॉर्स- कुपवाड़ा, बारामुल्ला और श्रीनगर में तैनात.
यूनिफॉर्म फॉर्स- उधमपुर और बनिहाल में तैनात.