वेस्ट इंडीज दौरे के लिए रविवार को टीम के ऐलान से पहले यह साफ हो गया कि महेंद्र सिंह धोनी इस दौरे का हिस्सा नहीं होंगे. धोनी आने वाले दो महीनों तक टीम से दूर रहेंगे. इस दौरान धोनी अपनी पैरामिलिटरी रेजीमेंट को सर्व करेंगे. खबरों के मुताबिक धोनी कुछ दिन पहले इस सिलसिले में बीसीसीआई के अधिकारियों से मिले थे और इस बारे में उनसे बात की.
क्रिकनेक्स्ट के मुताबिक धोनी ने बीसीसीआई के अधिकारियों से मुलाकात करके उन्हें बताया कि वह वेस्टइंडीज के दौरे पर नहीं जा सकते. धोनी ने अधिकारियों को साफ किया कि उन्होंने वर्ल्ड कप से पहले ही टेरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजीमेंट को सर्व करने का फैसला किया था. इसी कारण वह दौरे पर नहीं जा सकते हैं.
धोनी को 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल का रैंक दिया गया था.
वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद से ही धोनी के रिटायरमेंट को लेकर लगातार चर्चा चल रही है. खबरों के मुताबिक बीसीसीआई के अधिकारी ने क्रिकनेक्स्ट को बताया, ‘धोनी केवल दो महीने का ब्रेक ले रहे हैं. उन्होंने रिटायरमेंट को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है और बीसीसीआई और सेलेक्टर्स को भी यह साफ कर दिया है.’
धोनी को 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल का रैंक दिया गया था. वैसे भी धोनी का आर्मी प्रेम किसी से छिपा नहीं है. धोनी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह बचपन से ही फौजी बनना चाहते थे. वह रांची के कैंट एरिया में अक्सर घूमने चले जाते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. यही वजह रही कि वो फौज के अफसर नहीं बन पाए और क्रिकेटर बन गए.