चीन ने एक बार फिर डोकलाम जैसी नापाक हरकत करने की कोशिश की है। लद्दाख के डेमचॉक सेक्टर में एसयूवी में भरकर चीनी सैनिक बॉर्डर पर पहुंच गए। लेकिन मुस्तैद भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा से बाहर खदेड़ दिया। चीन ने डेमचॉक सेक्टर में डेढ़ किलोमीटर तक घुसने का दावा किया था। लेकिन भारतीय सेना ने इंकार करते हुए कहा कि चीनी सैनिकों को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पार करने नहीं दी और उन्हें बाहर खदेड़ दिया गया।
बताया जा रहा है कि 6 जुलाई को लद्दाख के डेमचॉक सेक्टर के क्योल गांव में दलाई लामा के जन्मदिन मनाने का चीनी सैनिकों ने किया था। विरोध करते हुए सिविल ड्रेस में चीन के 11 सैनिकों ने बैन दिखाए। करीब तीस-चालीस मिनट रुकने के बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए। लेकिन लद्दाख में चीनी सैनिकों के घुसपैठ से भारतीय सेना ने इंकार किया है। भारतीय सेना ने कहा है कि चीनी सैनिकों ने lac यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को पार नहीं किया।
डोकलाम से लिया सबक
चीन ने कुछ ऐसी ही हिमाकत क़रीब दो साल पहले की थी। जब चीन के सैनिक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारतीय सीमा में घुसपैठ करके डोकलाम तक दाखिल हो गए थे। उस वक्त वहां तैनात भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया था। तनाव 73 दिनों तक तक बना रहा और आखिर चीन झुकने को मजबूर हुआ था। लेकिन ड्रैगन की फितरत है आदत से बाज़ ना आने की। इसलिए फिर एक बार चीन ने कुछ वैसी ही गुस्ताखी दिखाई है। लेकिन इस बार सेना की सतर्कता से चीनी मंसूबों पर पानी फिर गया।