सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने रियलिटी डांस शो में बच्चों को अभद्र और उत्तेजक रूप से दिखाए जाने को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। मंत्रालय ने सैटेलाइट टीवी चैनलों से कहा है कि वे बच्चों को इस तरह से टीवी पर प्रस्तुत न करें। मंत्रालय ने पाया है कि डांस रियलिटी शो में अकसर छोटे बच्चों को वो डांस स्टेप्स करते देखा जाता है जो कि वास्तव में फिल्मों में युवा कलाकारों ने किए हैं।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि ये कदम अक्सर विचारोत्तेजक और उम्र के अनुकूल होते हैं। इस तरह के कृत्य का बच्चों पर गलत प्रभाव हो सकता है, कम उम्र के कारण ये उन्हें प्रभावित कर सकता है। मंत्रालय की ओर से चैनलों को जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि टीवी पर बच्चों को शो में इस तरह के डांस मूव्स करने से रोकें जो कि व्यसक करते हैं।
केबल टेलिविजन नेटवर्क्स (रेगुलेशल) एक्ट के तहत काम करें टीवी चैनल
केबल टेलिविजन नेटवर्क्स (रेगुलेशल) एक्ट के तहत काम करें टीवी चैनल
टीवी चैनलों को मंत्रायल की ओर से दी गई एडवाइजरी में कहा गया है- सभी निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों को केबल टेलिविजन नेटवर्क्स (रेगुलेशल) एक्ट के तहत रहकर काम करना होगा। एक्ट और नियम के अनुसार टीवी पर कोई भी इस तरह का कार्यक्रम नहीं दिखाया जाना चाहिए जो कि छोटे बच्चों को बदनाम करता हो या उनपर गलत प्रभाव डाले।
‘बच्चों के शो को लेकर बरतें अधिक सावधानी’
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि चैनलों को ऐसे रियलिटी शो और कार्यक्रमों को दिखाने के दौरान अधिक संयम, संवेदनशीलता और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बता दें कि ये एडवाइजरी सभी प्राइवेट निजी चैनलों को जारी की गई हैं जिसका पालन अनिवार्य है।