भारत ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इज़रायल के साथ एक 300 करोड़ की डील साइन की है. इसके तहत भारत इज़रायल से 100 स्पाइस बम खरीदेगा. 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करने के लिए वायु सेना ने स्पाइस बम का इस्तेमाल किया गया था.
सुखोई-30 में हो चुका है सफल ट्रायल
बता दें भारतीय वायुसेना ने जैश के ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद अपने सुखोई-30 विमान में स्पाइस 2000 बम का ट्रायल किया था. पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के लिए मिराज लड़ाकू विमान का इस्तेमाल किया गया था.
अभी तक इस बम का इस्तेमाल सिर्फ मिराज में किया जाता है, लेकिन सुखोई पर भी इसका ट्रायल सफल रहा है. बताया जाता है कि इस एयर स्ट्राइक में सुखोई लड़ाकू विमानों ने मिराज को कवर देने का काम किया था. लेकिन आतंकी ठिकानों पर मिराज ने ही बम गिराए थे.
3 महीने में हो जाएंगे डिलीवर
भारत ने सुखोई 30 एमकेआई में स्पाइस बम के परीक्षण के बाद ये फैसला किया है. भारत ने ये परीक्षण 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद किया था.
इससे पहले तक इज़रायल में बने स्पाइस बम का इस्तेमाल सिर्फ दसॉ के मिराज 2000 विमान में ही हो सकता था. कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से ये एडवांस्ड स्पाइस बम भारतीय वायुसेना को तीन महीने के अंदर डिलीवर कर दिए जाएंगे.