प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. सोशल मी़डिया पर प्रधानमंत्री फ्री सोलर पैनल योजना के तहत लोगों से आवेदन मंगाए जा रहे हैं. वहीं मेक इन इंडिया के तहत दो करोड़ युवाओं को फ्री लैपटॉप लेने का ऑफर दिया जा रहा है. इन फर्जी योजनाओं में आवेदन करने के लिए बकायदा वेबसाइट के लिंक भेजे गए हैं. लोग इसके झांसे में आकर बिना पूरी बात जाने अनजाने में अपनी पर्सनल इंफोर्मेंशन (निजी जानकारी) दे देते हैं और फिर उनका उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है.
पहला वायरल मैसेज
सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से प्रधानमंत्री फ्री सोलर योजना के तहत मुफ्त में अपने घर या गांव में बिना किसी प्रकार के शुल्क फॉर्म भरने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं. आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 जून 2019 है. जल्दी करें और इस मैसेज को अपने सभी दोस्तों को भी भेजें ताकि इस योजना का लाभ सभी को मिल सके. इस वायरल मैसेज में एक लिंक http://solor-pannel.freeregistration-now.in भी दी गई है. इसी लिंक के जरिए रजिस्ट्रेशन करने की अपील की जा रही है.
क्यों है फेक
इस मैसेज के साथ वायरल की जा रही लिंक फर्जी है. इस पर क्लिक करने पर पेज ही ओपन नहीं हो रहा. सरकार की अधिकतर वेबसाइट के आखिरी में nic या gov होता है, जो इसमें नहीं है.
दूसरा वायरल मैसेज में नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की खुशी में मेक इन इंडिया के तहत 2 करोड़ों युवाओं को मुफ्त लैपटॉप देने का ऐलान किया है. अभी तक 30 लाख युवा सफलतापूर्वक आवेदन कर चुके हैं. अब आपकी बारी है अंतिम तिथि से पहले अपना आवेदन जल्द से जल्द सबमिट (जमा) करें. इस वायरल मैसेज में अगल-अलग लिंक modi-laptop.wishguruji.com, www.yogiyojana.in › pradhan mantri yojana और modi-laptop.sarkaari-yojana.in दी गई है. इसी लिंक के जरिए रजिस्ट्रेशन करने की अपील की जा रही है.
फेक मैसेज
इस वेबसाइट modi-laptop.saarkari-yojna.in वेबसाइट को रखा जिस पर केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना लिख हुआ है.
आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
इस मामले में आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. जांच के दौरान आरोपी अर्थात वेबसाइट के निर्माता की पहचान तकनीकी जांच के आधार पर की गई और इसका केंद्र राजस्थान का नौगार जिला का पुंडलोट है. पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाने वाले वाले राकेश जांगिड़ को गिरफ्तार किया है. आरोपी 2019 बैच का IIT कानपुर से पोस्ट-ग्रेजुएट है. उसने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर वेबसाइट ट्रैफिक से वेब विज्ञापन आय अर्जित करने के लिए बनाया. आरोपियों के संबंधित उपकरण जब्त कर लिए गए हैं. फिलहाल आगे की जांच जारी है.