दुर्ग जिला के पाटन तहसील अन्तर्गत ग्राम जमराव में खारुन नदी के बायें तट स्थित प्राचीन टीले पर खुदाई का कार्य प्रारंभ किया गया है। जमराव उत्खनन के निदेशक राहुल कुमार सिंह, उप संचालक, संस्कृति एवं पुरातत्त्व और सह निदेशक डॉ. प्रताप चंद पारख, संग्रहाध्यक्ष, महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर हैं। संचालक श्री अनिल कुमार साहू और श्री अरुण कुमार शर्मा (पद्मश्री) ने उत्खनन गर्त में गैंती लगाकर कार्य का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सरपंच श्री जनक साहू, अन्य जनप्रतिनिधि सहित ग्रामीण उपस्थित रहे। पाटन तहसीलदार श्री अनुभव शर्मा ने भी कार्य का निरीक्षण किया।
अभी बायीं ओर के छोटे टीले जिसका क्षेत्रफल लगभग 7600 वर्ग मीटर है, के दक्षिणी हिस्से में उत्खनन का विन्यास तैयार किया गया है। उक्त भूमि के स्वामी बिलासपुर निवासी श्रीमती ममता चतुर्वेदी हैं, जिन्होंने अपनी जमीन पर पुरातत्वीय उत्खनन के लिए विभाग को सहमति दे दी है।
इसके पूर्व वर्ष 2014-15 में संस्कृति एवं पुरातत्त्व विभाग द्वारा जमराव के टीलों का विस्तृत अन्वेषण कराया गया था, जिससे कुषाण कालीन सिक्के, मनके, मृण्मय मूर्तियां और मिट्टी के ठीकरे मिले थे। इन पुरावशेषों के आधार पर स्थल की प्राचीनता लगभग 2000 साल होना अनुमानित है। इस उत्खनन का मुख्य उद्देश्य स्थल की प्राचीनता और विभिन्न कालों के बसाहट का सांस्कृतिक क्रम ज्ञात करना है। आशा है कि इसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ एवं इस अंचल के इतिहास पर नया प्रकाश पड़ेगा और रोचक तथ्य उद्घाटित होंगे।