राजधानी में फायर ब्रिगेड की समस्याएं बहुत है। एक तरफ वाहन चालक की समस्या है तो दूसरी तरफ शहर के यातायात व्यवस्था से फायर ब्रिगेड परेशान है। जिससे सही समय पर वह आगजनी स्थल पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
बता दें कि फायर ब्रिगेड के पास छोटी-बड़ी मिलाकर कुल 22 गाड़ियां है। वहीं 22 गाड़ियों को चलाने वाले 14 वाहन चालक हैं। जिसमें से दो वाहन चालक अधेड़ होने के कारण आंख की दृष्टि कमजोर हो गई है जिसके चलते दोनों वाहन चालक से सेवाएं नहीं ले पा रहे हैं। वहीं दो वाहन चालक एवं चार जवान को सुभाष स्टेडियम स्थित मिनी सिटी फायर स्टेशन में तैनात किया गया है। ऐसे में मात्र 10 वाहन चालक फायर ब्रिगेड के पास है। जिनके हाथों में 22 गाड़ियां है। शहर की बढ़ती आबादी व लगातार हो रही आगजनी की घटना से शहर के आम नागरिकों की जिंदगी खतरे में है। फायर ब्रिगेड के अधीक्षक मोईनुद्दीन अशरफी ने बताया कि इसके साथ-साथ मेन पावर की कमी, 90 कर्मचारी को तीन पॉलियों में बांटकर काम चलाया जा रहा है। जिससे फायर ब्रिगेड में स्टॉफ की और आवश्यकता है। जिसे उच्च अधिकारियों को इससे अवगत भी कराया गया है ।
शहर की ट्रैफिक अव्यवस्था से हो रही है दिक्कते-
फायर ब्रिगेड को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था से भी घटना स्थल पर पहुंचने में देर हो रही है। शहर की जनता चौंक-चौराहों पर रास्ते को जाम कर देते है। सिग्नल पर वाहन चालक को जिस ओर जाना होता है उस रास्ता को ब्लॉक तो करते हंै साथ ही साईड वाले रास्ते को भी ब्लॉक कर देते है। इससे गाड़ी को निकलने में देर होती है। मोइनुद्दीन अशरफी ने बताया कि इस समस्या से शासन के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।
फायर ब्रिगेड के पास है 22 गाड़ियां
फायर ब्रिगेड के अधीक्षक मोइनुद्दीन अशरफी ने बताया कि वर्तमान में फायर ब्रिगेड के पास 22 गाड़ी है। जिनमें से 3 क्वीक रिस्पॉस बाईक, 14 बड़ी गाड़ी एवं 5 छोटी गाड़ी है। वहीं अत्याधुनिक सुविधा से लेस 10 मंजिला भवन में लगी आग को बुझाने के लिए एक गाड़ी की भी सुविधा हमारे पास है। इसके अलावा शहर के चारों दिशाओं में फायर स्टेशन स्थापित करने की योजना है। उन्होंने बताया कि शहर के विकास को देखते हुए शहर के चारों दिशाओं में फायर स्टेशन स्थापित करने की प्लानिंग चल रही है जिससे कम समय में ही घटना स्थल पर पहुंचकर आगजनी की घटना पर काबू पाया जा सके।