बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने अमूल और मदर डेयरी के मुकाबले 4 रुपये प्रति लीटर सस्ता टोंड दूध लॉन्च किया है. इससे पहले पतंजलि उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, महाराष्ट्र में गाय के दूध की बिक्री कर रही थी. पतंजलि टोंड दूध की कीमत 40 रुपए प्रति लीटर है, जो अमूल और मदर डेयरी जैसी कंपनियों की तुलना में 4 रुपए लीटर सस्ता है. जबकि, अमूल और मदर डेयरी ने हाल ही में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की है.
बाबा रामदेव ने टोंड दूध को पेश करते हुए बताया कि पतंजलि ने डेयरी एवं अन्य फ्रेश प्रोडक्ट्स के क्षेत्र में सितंबर 2018 में कदम रखा था. दिल्ली-एनसीआर में गाय के दूध के बाजार में पतंजलि ने 20 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है.
बाबा रामदेव ने बताया कि कंपनी नए दूध के प्रचार प्रसार पर खर्च नहीं बढ़ा रही है. इसीलिए ये दूध अन्य कंपनियों के मुकाबले सस्ता है.
6 माह तक खराब नहीं होगा ट्रेटा पैक
रामदेव ने कहा कि टेट्रा पैक वाले दूध को पूर्वोत्तर क्षेत्र समेत देशभर में उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा गोवंश की रक्षा करने की है. रामदेव ने कहा कि पतंजलि का टेट्रा पैक काउ मिल्क की शेल्फ लाइफ 6 महीने है.
यह बहुत गाढ़ा है. टोंड दूध पीने के आदी लोग इसमें 50% पानी मिलाकर पी सकते हैं. उन्होंने कहा कि लोग पतंजलि दूध का टेट्रा पैक यात्रा के दौरान भी अपने साथ ले जा सकते हैं. इसका भाव 60 रुपये प्रति लीटर है.
लॉन्च किया एक और प्रोडक्ट
पतंजलि आयुर्वेद ने एक नया उत्पाद काऊ टेबल बटर को भी पेश किया है. यह बटर गाय के शुद्ध दूध से बनाया गया है और इसमें किसी भी प्रकार के रंग का उपयोग नहीं किया गया है. इसमें सेंधा नमक का उपयोग किया गया है. इस वजह से पतंजलि बटर अन्य ब्रांड के बटर से अधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक है.
हर्बल दूध भी लाने की तैयारी
पतंजलि के फाउंडर रामदेव ने कहा कि पतंजलि मक्खन दूसरी कंपनियों से 4 रुपए महंगा है क्योंकि यह गाय का शुद्ध मक्खन है. इसमें रंग की मिलावट नहीं है. अमूल और मदर डेयरी की टक्कर में आइसक्रीम लॉन्च करने के सवाल पर रामदेव ने कहा कि इसकी कोई योजना नहीं है. लेकिन हर्बल मिल्क लॉन्च करने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि जल्द जड़ी बूटियों वाल दूध भी मिलना शुरू हो जाएगा.
रामदेव ने बताया कि पतंजलि के मेन प्लांट्स महाराष्ट्र के नेवासा, उत्तर प्रदेश मेरठ और हाथरस जबकि जयपुर में दो प्लांट्स हैं. पतंजलि का सारा मक्खन नेवासा में बनता है.
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन होता है. हालांकि, जयपुर, हरिद्वार और एनसीआर आदि इलाके में भेजे जाने वाले दूध का ज्यादातर कलेक्शन बीकानेर, झुंझनू और जयपुर से होता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि पतंजलि दूध का प्रसंस्करण अपने ही प्लांट्स में करती है, किसी थर्ड पार्टी का सहारा नहीं लिया जाता है.