लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद तमाम विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। कई विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर चुनाव के दौरान गंभीर सवाल खड़े किए थे। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करते हुए इसकी विश्वसनीयता को लेकर तीखा हमला किया था। लेकिन इस बीच पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चुनाव आयोग की तारीफ की है। मुखर्जी ने चुनाव आयोग की तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने काफी सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराए हैं।
हमारी संस्थाएं बेहतर काम कर रहीं
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अगर हम अपने संस्थानों को मजबूत रखना चाहते हैं तो हमे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारी संस्थानें बेहतर काम कर रही हैं और देश की सेवा कर रही हैं। अगर लोकतंत्र सफल होता है तो इसकी बड़ी वजह है बड़े स्तर पर चुनाव आयोग द्वारा सफल चुनाव संपन्न कराना। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सूर्य कुमार सेन से लेकर अबतक चुनाव आयोग ने सफल चुनाव कराए हैं। सभी को संसद एग्जेक्युटिव द्वारा नियुक्त किया गया है और सभी अपना काम बेहतर कर रहे हैं। आप उनकी आलोचना नहीं कर सकते हैं। चुनाव का काफी सफलतापूर्व आयोजन कराया गया।
काफी सालों में खड़े हुए हैं ये संस्थान
पूर्व राष्ट्रपति ने यह बयान एक पुस्तक के विमोचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि संस्थान सही हैं, ये संस्थान काफी सालों में खड़े हुए हैं। मेरा मानना है कि अनाड़ी ही औजार के साथ लड़ाई करता है। एक अच्छा कामगार जानता है कि उसे कैसे अपने औजार का सही इस्तेमाल करना है। गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के दिग्गज नेता रह चुके हैं और कई बड़े मंत्रालय संभाल चुके हैं। ऐसे में जिस तरह से प्रणब मुखर्जी ने चुनाव आयोग की तारीफ की है वह कांग्रेस के लिए मुश्किल बढ़ा सकती है।
विपक्ष चुनाव आयोग पर हमलावर
बता दें कि एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद से ही तमाम विपक्षी दल चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और ईवीएम को लेकर अपनी आशंका जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह स्ट्रॉग रूम में डटे रहे और फर्जी एग्जिट पोल के आंकड़ों पर भरोसा ना करें। वहीं आज ईवीएम की शिकायत को लेकर तमाम विपक्षी दल चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि कुल 21 विपक्षी दल आज चुनाव आयोग से मुलाकात कर सकते हैं।
23 मई को नतीजे
बता दें कि देश में 17वीं लोकसभा के लिए हुए आम चुनाव में सात चरण में वोटिंग हुई है। पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग हुई, दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीटों पर, तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115 सीटों पर, चौथे चरण में 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों पर, पांचवें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीटों पर, छठे चरण में 12 मई को 7 राज्यों की 59 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। वहीं सातवें और आखिरी फेज में 19 मई को 59 सीटों पर वोटिंग हुई। नतीजे 23 मई को आएंगे।