रायगढ़। सहायक कलेक्टर मंयक चतुर्वदी पर जानलेवा हमला करने वाला कुख्यात खनन माफिया अमृत पटेल को उसके साथी के साथ पुलिस ओड़िशा सीमा से गिरफ्तार कर लिया है। पिछले दिनों खनिज विभाग ने मंयक चतुर्वेदी के साथ टिमरलगा में अवैध पत्थर खदानों की जांच की थी उसी समय अमृत पटेल और उसके साथियों ने जांच दल पर हमला कर दिया था समय पर सारगढ़ पुलिस के पहुंचने से अमृत पटेल अपने साथियों के साथ भाग निकला था तभी से पुलिस कई गंभीर मामलो में उसकी तलाश कर रही थी उसके विरुद्ध वर्ष 2002 में धारा 147,148, 149 ता.हि., धारा 509,294 ता.हि. वर्ष 2013 में धारा 186,188 ता.हि. वर्ष 2014 में धारा 294,506, 323, 341, 427 ता.हि. वर्ष 2018 में धारा 379 ता.हि. 4 (21) खनिज अधिनियम के मामले में आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार कर मामला न्यायालय पेश किया गया था जो अभी भी विचारण में है।
इस वर्ष 2019 मे उसके विरुद्ध 11-12 अप्रेल की रात को सहायक कलेक्टर व उनकी टीम पर हमला करने के मामले में धारा 186, 332, 353,307, 294, 506, 34 ता.हि. विद्युत चोरी का अपराध धारा 135 विद्युत अधिनियम तथा अवैध विस्फोटक पदार्थ उपयोग से संबंधित धारा 5 विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है, जिसमें उसकी गिरफ्तारी की जानी थी । इसके अलावा धारा 186, 332, 353,307, 294, 506, 34 आईपीसी की विवेचना दरम्यान धारा 341 आईपीसी एवं अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 की धारा 3(1) जोड़ी गई है घटना के बाद से अमृत पटेल व उसका साथी फरार थे, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 5000 का ईनाम भी घोषित किया था पुलिस अमृत की तलाश में ओड़िशा के भुवनेश्वर, पुरी महाराष्ट्र के मुंबई सहित कई स्थानों की खाक छान चुकी है लेकिन वह भनक मिलते ही अपनी लोकेशन बदल लेता था इसी दरम्यान पुलिस को उसके ओड़िशा भुवनेश्वर में छिपकर रहने की सूचना मिली, जिस पर पुलिस की अलग-अलग 4 टीम गठित कर भुवनेश्वर में दबिश दी और अमृत का पीछा करते हुए रेंगालपाली ओड़िशा बार्डर के पास आज उसे कन्हैया पटेल के साथ धर दबोचा गया है। दोनों को शीघ्र न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा जाएगा।