कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा बुधवार को अचानक रायबरेली पहुंची और कार्यकर्ताओं से कुशलक्षेम पूंछी। कहा कि रायबरेली गुंडों की नहीं है। यहां के लोग अराजकता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकते। वे उक्त बातें मीडिया से वार्ता के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि सत्ता के दबाव में जिस तरह की अराजकता की गई वह बेहद शर्मनाक है। कहा कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है और कांग्रेस ऐसे लोगों के खिलाफ है जो डर का माहौल बना रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के पूर्व मचे बवाल में कांग्रेस विधायक अदिति सिंह समेत कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे।
इसके पूर्व फुरसतगंज हवाईअड्डे पर उतरने के बाद सीधे वह कांग्रेस के कार्यालय तिलक भवन पहुंची। वहां उन्होंने बंद कमरे में कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक कीं और सभी को एकता बनाये रखने व किसी तरह से न डरने को कहा।
प्रियंका ने कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी कि यदि कोई भी कार्यकर्ता विपक्षियों से सम्पर्क में पाया गया तो उसे तुरंत पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मंगलवार को सोनिया गांधी के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार रहे दिनेश सिंह के जिला पंचायत अध्यक्ष भाई के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना था। लेकिन मतदान के पूर्व ही जमकर बवाल हुआ। जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण का प्रयास किया गया और गोलीबारी भी हुई। कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर भी हमला किया गया। जिसको लेकर प्रियंका वाड्रा अचानक बुधवार को रायबरेली पहुंची और सबका हालचाल लिया।प्रियंका ने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहने का भरोसा भी दिया।