1 .ओवुलेशन चक्र का ख्याल रखें, अगर कोई महिला गर्भवती होना चाहती हैं तो उसे सबसे पहले ओवुलेशन चक्र का ख्याल रखना चाहिए। क्यों की ओवुलेशन चक्र के समय महिलाओं के शरीर में अंडे की गुणवत्ता बढ़ जाती हैं। इस दौरान महिलाओं को गर्भधारण करने में आसानी होती हैं। पीरियड्स ख़त्म होने के 14 से 18 दिन बाद महिलाओं के शरीर में ओवुलेशन चक्र शुरू होता हैं। इस समय महिलाएं आसानी से गर्भवती हो जाती हैं और उसे माँ बनने में कोई परेशानी नहीं होती हैं।
2 .पौष्टिक आहार का सेवन करें, अगर कोई महिला माँ बनना चाहती हैं तो उसे अपने खान पान में सुधार करनी चाहिए। महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, फाइबर और फोलिक एसिड युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। क्यों की पौष्टिक आहार के सेवन से महिलाओं के गर्भाशय में बनने वाले अंडे की गुणवत्ता अच्छी रहती हैं। जिससे महिलाओं को गर्भवती होने में आसानी होती हैं। साथ हीं साथ महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स का उत्सर्जन भी अधिक होता हैं।
3 .ब्लड टेस्ट कराएं, महिलाओं के शरीर में कुछ ऐसी परेशानियां होती हैं। जिस परेशानियों की वजह से महिलाएं चाह कर भी गर्भवती नहीं हो पाती हैं और उनका माँ बनने का सपना अधूरा लगने लगता हैं। इस परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए महिलाओं को ब्लड टेस्ट करानी चाहिए। इससे शरीर के स्थिति के बारे सही जानकारी मिल जाती हैं। गर्भवती होने के लिए महिलाएं इस बात का सदैव ख्याल रखें और डॉक्टर की सलाह लें।
4 .थायराइड की जांच कराएं, गर्भवती होने के लिए महिलाओं को थायराइड की जांच करानी चाहिए। क्यों की थायराइड की समस्या होने पर महिलाओं के ओवरीज में संकुचन की स्थिति उत्पन हो जाती हैं। जिसके कारण महिलाएं गर्भवती नहीं हो पाती हैं और उनका शरीर भी अस्वस्थ हो जाता हैं। इसलिए अगर कोई महिला माँ बनना चाहती हैं तो गर्भवती होने से पहले उसे अपने थायराइड की जांच करानी चाहिए।
5 .रक्तचाप की जांच कराएं, अगर कोई महिला गर्भवती होना चाहती हैं और माँ बनने की प्लानिंग कर रही हैं तो उसे सबसे पहले रक्तचाप की जांच करानी चाहिए। क्यों की रक्तचाप की समस्या के कारण शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अनियंत्रित हो जाता हैं। जिससे गर्भाशय में उच्च किस्म के अंडे नहीं बन पाते हैं और महिलाओं को गर्भवती होने में परेशानी होती हैं। इसलिए महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए और रक्तचाप की जांच करानी चाहिए।