आज हम आपको एक ऐसी रानी के बारे में बता रहे है. जो इतिहास की सबसे खुबसूरत मानी जाने वाली रानी है. और इनके बारे में सुनकर एक बार आप भी हैरान रह जायेंगे.
भारतीय इतिहास में कई राजाओं और रानियों ने जन्म लिया है लेकिन आज हम आपको जोधपुर की रानी राज कुंवर के बारे में बताने जा रहे हैं। यह रानी इतनी खूबसूरत थी कि है अपने पूरे जीवन काल में कभी भी जोधपुर के किले मेहरानगढ़ से बाहर नहीं निकली थी। राज कुंवर का जन्म जामनगर के राजा जामविभा के घर हुआ था। रानी बचपन से ही बहुत खूबसूरत और धार्मिक प्रवृत्ति की नारी थी।
उनकी सुंदरता के चर्चे पूरे जामनगर में प्रसिद्ध थे। इसलिए मात्र 9 साल की आयु में राज कुंवर का विवाह जोधपुर के राजकुमार जसवंत सिंह के साथ हुआ था। रानी बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति की नारी थी इसलिए उसने भगवान से कोई विशेष मनोकामना मांग रखी थी।
इसलिए वह आजीवन अपने दुर्ग से बाहर नहीं निकली थी। राज कुंवर भगवान श्री कृष्ण को हर साल डेढ़ लाख तुलसी पत्रों का अभिषेक वृन्दावन में करवाया करती थी। जब रानी की उम्र अधिक हो गई थी तो राज कुंवर में मेहरानगढ़ के किले के पीछे एक भगवान श्री कृष्ण का भव्य मंदिर बनवाया था।
यह मंदिर आज भी जोधपुर में मौजूद है। इस मंदिर का निर्माण जमीन से लगभग 25 फुट पर करवाया गया है जिसका मुख्य कारण यह है की रानी किले से ही भगवान के दर्शन कर सकें। यह मंदिर आज जोधपुर मे राजरणछोड़ के नाम से मौजूद है।