भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा की प्रज्ञा ठाकुर के बीच सीधी लड़ाई है.
भोपाल: मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने जनसभा के दौरान लाइट कटने पर मंच से ही बिजली विभाग के अधिकारी को फोन स्पीकर पर लेकर डांट लगा दी. दिग्विजय सिंह के अधिकारी को डांटते ही बिजली लौट भी आई और जनता ने तालियां बजाकर उनका अभिनंदन भी किया. भोपाल लोकसभा सीट पर दिग्विजय सिंह का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर से है.
दिग्विजय ने लाइट कटने के बहाने अधिकारीयों पर सरकार को बदनाम करने का आरोप भी मढ़ दिया. दिग्विजय सिंह ने बिजली अधिकारी से कहा कि, “आपके नीचे के अधिकारी ऐसा कर रहे हैं और आपका उनपर नियंत्रण ही नहीं है.” उन्होंने आगे अधिकारी पर सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “ये सब साजिस के तहत हो रहा है. जब प्रदेश में बिजली सरप्लस है तो सरकार को बदनाम करने का काम क्यों कर रहे हैं. मैं आपकी शिकायत कर रहा हूं.” दिग्विजय ने ये भी कहा कि उनके बोलते हुए पहले भी बिजली कटी है.
फोन रखने के बाद दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि “ये सब बिजली काटने का खेल भाजपा द्वारा नियुक्त आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मचारी कर रहे हैं. ये पहले बिजली काटते हैं और फिर SMS करते हैं- ‘कांग्रेस आई, बिजली गई’. ये बिजली विभाग के लोग कांग्रेस पार्टी को बदनाम कर रहे हैं. मैं एक-एक को देख लूंगा. ”
हाल में ही सरकारी अधिकारियों को डांटने की तस्वीर अमेठी से वायरल हुई थी. जहां खेत में आग बुझाने में हुई देरी को लेकर अमेठी की भाजपा प्रत्याशी स्मृति इरानी फोन पर एसडीएम को डांटती नजर आई थीं. जाहिर है कि सरकारी अफसरों को डांटकर जनता में हीरो बनने का हथकंडा पुराना जरूर है, लेकिन सच ये भी है कि अफसरों को डांट पड़ने से आम आदमी तालियां जरूर बजाता है.