वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो दिन भर मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा। इससे पहले पीएम मोदी ने बांदा में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि आप लोग फिर मोदी सरकार बनाएंगे। तब अगले पांच साल में हम हर घर तक पीने का पानी पहुंचाएंगे। लेकिन वह शायद इस बात से बेखबर रहे होंगे कि वाराणसी में उनके रोड शो के दौरान सड़कें शीशे की तरह चमचमाती रहें, इसके लिए करीब डेढ़ लाख पानी सड़कों पर बहा दिया गया।
एक अधिकारी के अनुसार उन्हें निर्देश मिले थे कि प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे के मद्देनजर सड़कों की धुलाई की जाए। इस काम पर प्रशासन ने करीब 1.4 लाख लीटर पाने का पानी बुधवार की रात में सड़कों पर बहा दिया। जिस जिले में करीब 30 फीसदी जनता को नल का पानी नहीं मिलता, वहां इतनी बड़ी मात्रा में पीने का पानी सड़कों पर बहा देना कोई अच्छा उदाहरण नहीं कहा जा सकता।अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र होने के बावजूद वाराणसी में केवल 70 फीसदी घरों में पाइपलाइनों से पानी पहुंचता है। शेष जनसंख्या अब भी बोरवेल, हैंडपंप या कुओं आदि पर निर्भर है। बताया जाता है कि वाराणसी नगर निगम के 40 वाटर टैंकर टैंकर और 400 मजदूर मोदी के रोड शो के लिए सड़कों को चमकाने के काम में लगाए गए थे। आमतौर पर इन सड़कों को धोने का काम केवल त्योहारों के दौरान किया जाता है।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसारपानी की बर्बादी के एक दिन बाद वाराणसी से भाजपा के उम्मीदवार पीएम मोदी ने अपनी राजनीतिक ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया कि उसकी चमक से तमाम विपक्षी नेताओं की आंखें चुंधिया गई होंगी। इस शक्ति-परीक्षण के शोरगुल में उनकी फरियाद कोई नेता और कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं सुन पाया होगा, जिन्हें मां गंगा के इतने पास रहने के बावजूद पीने के स्वच्छ पानी से महरूम रहना पड़ता है।