लोकसभा चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे 25 उम्मीदवारों में गिने-चुने ही हैं, जो इन्कम टैक्स देने की हैसियत में हैं। बाकी प्रत्याशियों में कोई मजदूर तो कोई बेरोजगार है। इनके पास फूटी कौड़ी भी नहीं है। कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशी हर साल लाखों रुपये के इन्कम पर टैक्स जमा करते हैं। कांगे्रस प्रत्याशी प्रमोद दुबे ने नामांकन पत्र जमा करते समय दिए एफिडेविट में आयकर रिर्टन की जानकारी दी है। इन्होंने 2013-14 में 21 लाख 55 हजार 340 रुपए, 2014-15 में 93 लाख 17 हजार 310, 2015-16 में 38 लाख 96 हजार 160, 2016-17 में 36 लाख 36 हजार, 2017-18 में 29 लाख 67 हजार 730 रुपये आय दिखाई है। उन्होंने पत्नी दिप्ती दुबे के भी 2013-14 में दो लाख, 2014-15 में तीन लाख 9 हजार, 2015-16 में तीन लाख 13 हजार, 2016-17 में तीन लाख 45 हजार और 2017-18 में तीन लाख 49 हजार रुपए आयकर देने का ब्योरा दिया है।
बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोनी ने भी सालाना इन्कम की जानकारी दी है। इन्होंने 2013-14 में तीन लाख 95 हजार 132, 2014-15 में चार लाख 97 हजार, 2015-16 में चार लाख 79 हजार 51 व 2017-18 में चार लाख 66 हजार 877 सालाना इन्कम का ब्योरा दिया है। इनकी पत्नी तारा सोनी की 2013-14 में तीन लाख 76 हजार 655, 2014-15 में चार लाख 52 हजार, 2015-16 में पांच लाख 21 हजार 51 व 2016-17 में पांच लाख 55 हजार 877 व 2017-18 में पांच लाख 1698 रुपये आय का ब्योरा दिया है।
–बहुतों के पास फूटी कौड़ी नहीं
संजू कुमार यादव भी रायपुर लोकसभा से प्रत्याशी हैं। वे ग्राम खरोरा में नेता जी चौक के पास चाय होटल और जूस सेंटर चलाते हैं। इन्होंने चंदा कर और कर्ज लेकर नामांकन दखिल किया। इनका कहना है कि उनके पास फूटी कौड़ी नहीं है। इनके ही समान बहुतेरे प्रत्याशी हैं जिनके पास इन्कम शो करने लायक पैसे नहीं हैं।