भारत निर्वाचन आयोग ने तकनीक पसंद युवाओं और आम नागरिकों की निर्वाचन में भागीदारी सुनिश्चित करने, निर्वाचन संबंधी कार्यों को सरल बनाने, बदलते समय के साथ बेहतर कार्य संपादन और नए तरीके अपनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई पहल किए हैं। इन नवीन पहलों में कई मतदाता-फ्रेण्डली मोबाईल एप्स और वेबसाइट के साथ ही हेल्पलाइन भी शामिल हैं। अभ्यर्थियों और राजनीतिक दलों द्वारा जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करने और अनुमति के लिए आवेदन प्रस्तुत करने के साथ ही यह नागरिकों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। राजनीतिक दलों और नागरिकों की सुविधा के लिए भारत निर्वाचन आयोग के कई मोबाइल एप्स लांच किए हैं। सुविधा एप, सी-विजिल एप और वोटर हेल्पलाइन एप जैसे मोबाइल एप्स खासे लोकप्रिय भी हो रहे हैं।
भारत निर्वाचन आयोग का सुविधा एप अभ्यर्थियों और राजनीतिक दलों के लिए बैठक, रैलियां आदि आयोजित करने के लिए अनुमति हेतु आवेदन के लिए एकल खिड़की प्रणाली है। अब बैठक एवं रैलियों के आयोजन की अनुमति के लिए आवेदन इस एंड्राइड एप के माध्यम से भी किया जा सकता है। भारत निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों या दलों द्वारा आवेदन देने के 24 घंटों के भीतर ही अनुमति देने के निर्देश जारी किए हैं।
आयोग का एक अन्य महत्वपूर्ण एप सी-विजिल है। इस एप के द्वारा लोकेशन से ही डेटा के साथ लाइव फोटो या वीडियो सहित आचार संहिता या निर्वाचन व्यय उल्लंघन का समयांकित साक्ष्य भेजा जा सकता है। कोई भी नागरिक इस मोबाइल एप के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है। शिकायत दर्ज होने के बाद उड़नदस्ता दल मामले की जांच करते हैं और जांच के बाद रिटर्निंग ऑफिसर इसका निराकरण करते हैं। सी-विजिल पर की गई शिकायत पर हुई कार्यवाही की जानकारी शिकायतकर्ता को एक निर्दिष्ट समय सीमा में साझा भी की जाती है।
एक अन्य एंड्रॅाइड आधारित नया मोबाइल एप वोटर हेल्पलाईन भी लांच किया गया है। यह एप सभी नागरिकों को मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढने, ऑनलाइन फॉर्म भरने, आवेदन की स्थिति का पता लगाने, शिकायत दर्ज कराने एवं एप पर ही जवाब प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है। साथ ही यह एप संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर (BLO), मतदाता पंजीयन अधिकारी (ERO) और जिला निर्वाचन अधिकारी का संपर्क नंबर भी उपलब्ध कराता है। वोटर हेल्पलाईन मोबाइल या www.nvsp.in पोर्टल या हेल्पलाइन नंबर 1950 पर फोन लगाकर मतदाता सूची से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है।