छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिला कोषालय (ट्रेजरी) में बिल भुगातन की स्थिति काफी खराब है. यहां 34 करोड़ रुपए के बिल अटके पड़े हैं. सरकारी खजाना खाली को सर्वर बंद होने का बहाना बताकर इन भुगतानों को टाला जा रहा है. साथ ही बिल अब संबंधित विभागों को वापस भी कर दिए गए हैं. मुंगेली ट्रेजरी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 1379 बिल वापस कर दिए गए हैं. इन बिलों में करीब 34 करोड़ की राशि का भुगतान होना है, जिसे लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है.
कांग्रेस और बीजेपी के पदाधिकारी इसके लिए एक-दूसरे की सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. बीजेपी के महामंत्री राणा प्रताप ने इसे कांग्रेस सरकार की नाकामी बताई है. साथ ही ये कहा है कि प्रदेश में पहली बार ऐसी स्थिति निर्मित हुई है. भूपेश सरकार फेल हो चुकी है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अरविंद वैष्णव ने कहा कि बीजेपी री सरकार ने 15 साल में इतना भ्रष्टाचार किया है, जिसकी वजह से कोषालय खाली हुआ है. वहीं प्रदेश और मुंगेली में ऐसी स्थिति पहली बार बनी है. कोषालय में राशि नहीं होने से जिला जनपद पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, कलेक्ट्रेट, चुनाव कार्यों के भुगतान और विभिन्न निर्माण कार्यों के भुगतान महीनों से लंबित हैं. इससे संबंधित लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं जिम्मेदार अधिकारी इस संबंध में कुछ भी कहने से मना कर रहे हैं. केवल सर्वर का बहाना बनाते हुए सर्वर को ही जिम्मेदार बताते रहे हैं.