फाइनेंस ब्रोकर मनीष वाधवानी को पुलिस ने नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। शनिवार को उससे पूछताछ कर जानकारी ली जाएगी। तीन दिन पहले 15 से अधिक कारोबारियों ने एसएसपी से मनीष के खिलाफ शिकायत की थी। उनका आरोप था कि उधार में लिए गए पैसों को ब्याज समेत वसूलने के बाद भी मनीष उनके चेक नहीं लौटा रहा है। चेक को दूसरे हुंडी व अन्य कारोबारियों को बेचकर वह ब्लैकमेलिंग करता है। उसके खिलाफ 70 से अधिक पीड़ितों ने कोर्ट में परिवाद दायर किया है। उसके संबंध पुलिस थानों में कई पुलिस कर्मियों से हैं, लिहाजा वह इसका फायदा उठाकर कारोबारियों को फंसाने की धमकी देता है। शिकायत की जांच करने एसएसपी आरिफ एच. शेख ने सीएसपी सिविल लाइन अभिषेक माहेश्वरी को निर्देश दिया था।
पीड़ित कारोबारियों का आरोप है कि अवंति विहार निवासी मनीष वाधवानी लंबे समय से ब्याज पर रकम देने का काम करता आ रहा है। कारोबारियों से इसके एवज में अमानत के तौर पर कोरा चेक लेता है। मय ब्याज पैसा वसूलने के बाद वह हुंडी तो लौटा देता है, लेकिन चेक वापस नहीं करता। राजधानी के करीब ढाई सौ से अधिक लोगों को ब्याज पर उधार में रकम देकर दोगुना पैसे वसूलने के बाद भी उनका चेक मनीष ने नहीं लौटाया। अब उन चेकों को बैंक में जमाकर बाउंस कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता है। फाइनेंस ब्रोकर मनीष शहर के बड़े कारोबारियों के दो नंबर के पैसे इन्कम टैक्स बचाने के लिए बाजार में ब्याज में चलाता है। इन्कम टैक्स विभाग को भी इसकी शिकायत की गई है।
बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई
सिविल लाइन सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि फाइनेंस ब्रोकर मनीष वाधवानी को 30 मार्च को पूछताछ करने बुलाया गया है। उसका बयान दर्ज किया जाएगा। उसने भी पीड़ित कारोबारियों पर झूठी शिकायत करने का आरोप लगाते हुए सिविल लाइन थाने में लिखित शिकायत की है। लिहाजा दोनों पक्षों से पूछताछ और उनके बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।