ग्वालियर। प्यार का इजहार करते हुए दिलीप ने सीने पर गुदने से अपने नाम के साथ जिस गीता का नाम लिखवाया था। पत्थर से कुचलकर हत्या के बाद उसी प्रेमिका ने ब्लेड से मृत पड़े दिलीप के सीने को कुरेदकर अपना नाम मिटा दिया। दिलीप की प्रेम कहानी का अंत इसी तरह एक धोखे से हुआ। पुलिस ने मृतक की कथित पत्नी व प्रेमिका गीता और गीता के प्रेमी ब्रिजेश को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है। नशे में झगड़े के बाद महिला ने अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर दिलीप की हत्या कर दी।
इंदरगंज थाना पुलिस ने 23 मार्च दोपहर मोती तबेला के पास जीवाजी क्लब टेनिस कोर्ट के पीछे गेंदघर में पत्थर से कुचला एक शव बरामद किया था। मृतक की शिनाख्त ललितपुर कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार शाक्य (35) के रूप में हुई थी। घटना स्थल के पास एक महिला भी रोती हुई मिली थी, जो उसे अपना पति बता रही थी। मृतक के भाई मुकेश शाक्य ने पुलिस को पहुंचकर बताया था कि दिलीप 10 से 12 साल पहले घर से निकल आया था। वह खानाबदोश की तरह था। जो काम मिला कर लिया, कहीं भी सो गया। कभी त्योहार पर घर आया तो ठीक है वरना नहीं आया। पर कुछ समय से वह गीता उर्फ सुनीता बाल्मीकि नामक महिला के साथ संबंध में था। यह वही महिला थी तो उसे अपना पति बता रही थी।
जब पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू की तो गीता और शव देखे जाने की सूचना देने वाले ब्रिजेश की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जिस पर पुलिस ने गीता और ब्रिजेश को निगरानी में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले यह स्मैक की मांग करते रहे और पुलिस को गुमराह किया। पर पुलिसिया अंदाज में पूछताछ के बाद इन्हें टूटने में देर नहीं लगी।
प्यार से हत्या तक की कहानी
कुछ वर्ष पहले गीता उर्फ सुनीता बाल्मीकि निवासी माढ़रे की माता मंदिर पहाड़ी निवासी से दिलीप की पहचान हुई। गीता अक्सर फूलबाग पर खड़ी होती थी। दिलीप उसके नजदीक आया। दोनों में दोस्ती हुई। दोनों शराब और स्मैक के नशे के आदी थे। दोनों की जिंदगी एक दूसरे के साथ गुजरने लगी। उसी समय दिलीप ने गीता से प्यार का इजहार किया। तभी उसने अपना प्यार दिखाने के लिए सीने पर दिलीप नीचे गीता नाम लिखवाया। दोनों के अवैध संबंध भी बने। पर अभी एक साल पहले गीता के साथ ब्रिजेश बाल्मीकि उनके ग्रुप में जुड़ा। समय के साथ-साथ गीता की दिलीप की अपेक्षा ब्रिजेश से दोस्ती गहरी होती गई। अब वह दोनों के साथ संबंध रखने लगी।
इस कारण कई बार दोनों में झगड़े होने लगे। 22 मार्च की शाम टेनिस कोर्ट के पीछे खंडहर में तीनों बैठकर स्मैक पी रहे थे। दिलीप को स्मैक कम मिली। उसने गीता से रुपए मांगे। उसने खुद कमाने का कमेंट किया। यह बुरा लगने पर उसने गीता के बाल पकड़ लिए। यह ब्रिजेश को बुरा लगा। उसने लात मारकर उसे नीचे पटक दिया। इसके बाद पत्थर पटकरक हत्या कर दी। हत्या के बाद पहचान छुपाने गीता ने ब्लेड से प्रेमी के सीने पर लिखा अपना नाम कुरेदकर काट दिया। यहीं से वह पकड़ी भी गई। पकड़े जाने के बाद पता लगा कि ब्रिजेश ने भी गीता के प्यार में अपने सीने पर खुद के नाम के साथ उसका नाम गुदवा रखा है।