रायपुर।
आरके मॉल में दुकान दिलाने का झांसा देकर बिल्डर सुबोध सिंघानिया से करीब सवा करोड़ रुपये ठगने के मामले में मॉल के फरार संचालक आशीष जैन को मंगलवार को आमानाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह धोखाधड़ी के दूसरे प्रकरण में जमानत पर रिहा होने के बाद से गायब था।
आमानाका थाना प्रभारी रामाकांत साहू ने बताया कि चौबे कालोनी निवासी बिल्डर सुबोध सिंघानिया (48) ने 27 जून 2014 को आरके जैन करन इंडिया प्रालि के डायरेक्टर आशीष जैन निवासी जलविहार कॉलोनी से महोबा बाजार स्थित आरके मॉल में द्वितीय तल पर स्थित दुकान नंबर 211, 212, 212 ए तथा 203, 204 को खरीदने का सौदा 1 करोड़ 35 लाख 85 हजार रुपये में किया था। बयाना के तौर पर 1 करोड़ 12 लाख 59 हजार रुपये दे दिया। पैसे लेने के बाद आशीष जैन दुकान की रजिस्ट्री करने में आनाकानी करने लगा। परेशान होकर सुबोध सिंघानिया ने आमानाका थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में 28 दिसंबर 2018 को आशीष जैन व उसके भाई विकास जैन के खिलाफ चार सौ बीसी का केस दर्ज कर जांच शुरू की। इस बीच आशीष पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए भाग निकला था। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घड़ी चौक के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया। जबकि विकास जैन की तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि आरके मॉल के संचालक आरके जैन समेत उसके बेटे आशीष जैन, विकास जैन समेत अन्य के खिलाफ शहर के अलग-अलग पुलिस थाने में करोड़ों की धोखाधड़ी के दस से अधिक केस दर्ज हैं। कुछ प्रकरणों में पिता-पुत्र की गिरफ्तारी हो चुकी है। फिलहाल दोनों भाई जमानत पर बाहर है।