रायपुर। राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल डॉ. भीमराव अम्बेडकर में नवजात बच्चे की खरीद फरोख्त का मामला सामने आया है। जिसमें मौदहापारा पुलिस ने बच्चे की मां सहित दो महिला दलाल और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
मौदहापारा थाना प्रभारी राहुल तिवारी ने बताया कि बलौदाबाजार निवासी महिला ईश्वरी चेलक ने गत 7 मार्च को आंबेडकर अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद टाटीबंध निवासी महिला ममता गोस्वामी ने उक्त नवजात बच्ची को अनाथालय में सौंप देने की बात कहकर उसे अपने घर टाटीबंध ले आई और फिर ममता गोस्वामी ने ईश्वरी चेलक को एक अन्य महिला रुपा सिंग राठौर से मुलाकात कराई रुपा सिंग ने ईश्वरी चेलक को अपने बच्चे को सरायपाली निवासी भूपेश माखिजा को देने की बात कही। ईश्वरी चेलक ने रुपा सिंग राठौर की बातों में आकर अपने बच्चे को भूपेश माखिजा को सौंप दिया।
पुलिस ने बताया कि भूपेश माखिजा का कोई बच्चा नहीं है इस कारण उसने बच्चे को रख लिया । ईश्वरी चेलक के द्वारा बच्चा सौंपने के बाद ममता गोस्वामी ने ईश्वरी चेलक को महिला पुलिस थाना में लेकर गई जहां पर पुलिस ने बच्चे की मां ईश्वरी चेलक को महिला थाना पुलिस ने सखी सेंटर को सौंप दिया। सखी सेंटर के अधिकारियों ने बच्चे की मां को मौदहापारा थाना लेकर गई। जिसके बाद मौदहापारा थाना पुलिस को उक्त घटना की जानकारी हुई। जिसके बाद पुलिस ने मामले में शामिल बच्चे की मां सहित दो महिला दलाल व बच्चा खरीदने वाला पुरुष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि उक्त नवजात बच्चे को मातृछाया सौंप दिया गया है। बच्चे की मां ईश्वरी चेलक का तीन और लड़की है इसकी जांच करने पुलिस जुट गई है। पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।